कोटा. राहुल गांधी ने जयपुर में आयोजित हुई कांग्रेस की महंगाई हटाओ महारैली (Mahangai Hatao Rally) में हिंदू और हिंदुत्व की अलग-अलग व्याख्या की है. इस पर भाजपा से तीन बार विधायक रहे पूर्व संसदीय सचिव भवानी सिंह राजावत ने हमला बोला है. उन्होंने कहा कि ना राहुल गांधी (Rahul Gandhi statement on Hindu) हिंदू रहे हैं, ना उनके परिवार हिंदू था.
भवानी सिंह राजावत पंचायत चुनाव में मंडाना के नजदीक रामनगर जीत्या में चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं पर हमला (Bhawani Singh Rajawat target Congress) बोला है. इस दौरान राजावत ने कहा कि न राहुल गांधी हिंदू रहे, न उनके दादा फिरोज हिंदू थे, न उनकी मां सोनिया गांधी हिंदू थी. पूरा कुनबा ही हिंदू नहीं था. यहां तक कि हिंदुस्तान में जब बाबर, हुमायूं, औरंगजेब जैसे आक्रांताओं का शासन रहा तो इन कट्टर शासकों ने हिंदुओं को जबरन मुसलमान बनाया, नहीं तो सदियों पहले भारत में केवल हिंदू ही थे. अन्य धर्मों का नामोनिशान भी नहीं था.
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राजावत ने कहा कि पहली बार देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के बहुसंख्यक लोगों की भावनाओं को प्राथमिकता पर रखते हुए ऐतिहासिक कार्य किए हैं. देश में अब हिंदुत्व की आंधी चल पड़ी है. जिससे घबराकर राहुल गांधी को हिंदू होने का दावा करना पड़ रहा है लेकिन देश की जनता यह जानती है कि यह परिवार हमेशा हिंदुओं के खिलाफ रहा है. ये वही परिवार है, जिसने केंद्र में सरकार होते हुए भगवान राम के अस्तित्व को ही नकार दिया था. अब मुट्ठीभर राज्यों में सिमटने के बाद देश में कांग्रेस का पूरी तरह सफाया होने वाला है.
यहां तक कि भवानी सिंह राजावत ने कह दिया कि भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित नहीं करना संविधान निर्माताओं की बड़ी भूल है. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद भारत को धर्मनिरपेक्षता देश घोषित कर दिया. जबकि धर्म के नाम पर ही देश के दो टुकड़े हुए थे और पाकिस्तान इस्लामिक राष्ट्र घोषित हुआ था. इसीलिए भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना चाहिए था. राजावत ने कहा कि देश में हिंदुत्व की लहर चल पड़ी है. भगवान राम का मंदिर भी अयोध्या में बन रहा है. यहां तक कि उन्होंने कहा कि काशी विश्वनाथ और मथुरा में भी भव्य मंदिर का मार्ग प्रशस्त हो गया है.