कोटा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने शनिवार को एक नोटिस जारी कर विद्यार्थियों व अभिभावकों को मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी व जालसाजी कर रहे लोगों से सावधान रहने के लिए आगाह किया है. एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि एजेंसी को यह शिकायत प्राप्त हुई है कि कुछ लोग एजेंसी के अधिकारी बनकर विद्यार्थियों व अभिभावकों को नीट-यूजी-2020 की ओएमआर-शीट में हेरफेर करने की बात कह रहे हैं.
साथ ही यह लोग इस हेरफेर के जरिए परीक्षार्थी के वांछित मेडिकल कॉलेज में प्रवेश दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने की कोशिश कर रहे हैं. इस पर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने अभिभावकों को सतर्क रहने की सलाह दी है और उन्होंने कहा एनटीए का कोई भी अधिकारी या कार्मिक सीधे अभिभावकों से संपर्क नहीं करता है.
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एनटीए ने जारी किए गए नोटिफिकेशन में स्पष्ट कर दिया है कि उन्हें लगातार मेल से इस तरह की शिकायतें अभिभावकों और परीक्षार्थियों की तरफ से मिल रही थी. जिसमें फोन से संपर्क कर खुद को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी से होना बताते हुए ओएमआर शीट में बदलाव कर टॉप रैंकिंग वाले मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश दिलाने की बात कही जा रही है.
वहीं नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने कहा कि किसी भी व्यक्ति विशेष को एनटीए विद्यार्थियों से सीधा संपर्क साधने की इजाजत नहीं देती है. जिन लोगों के कॉल आ रहे हैं. इन व्यक्तियों का एजेंसी से कोई लेना देना नहीं है. एजेंसी विद्यार्थी से किसी भी प्रकार का संपर्क ऑफिशियल वेबसाइट के माध्यम से ही करती है. ऐसी स्थिति में अभिभावकों व विद्यार्थियों को ऐसे समाजकंटकों से दूर रहने की आवश्यकता है.
देव शर्मा ने बताया कि जारी किए गए नोटिस में विद्यार्थियों व अभिभावकों को सलाह दी गई है कि यदि कोई व्यक्ति या संस्था विद्यार्थी से मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के संबंध में संपर्क करती है, तो वे तुरंत इसकी सूचना नजदीकी पुलिस स्टेशन को दें. एजेंसी को भी सूचित करें. एजेंसी ने ऐसे समाज कंटकों के विरुद्ध पुलिस कंप्लेंट दर्ज करा दी है.