कोटा. बूंदी से कोटा के कोरल पार्क इलाके जा रहा डंपर सुबह पौने 7 बजे दुर्घटना ग्रस्त हो गया. हादसे की एक अहम वजह नहर की सुरक्षा दीवार न होना और लगातार सीपेज होना बताया जा रहा है. डंपर भी रेती से ओवरलोडेड था और सीपेज से दरकी जमीन के चलते अनियंत्रित हो (Overloaded uncontrolled Dumper fell into canal) गया.
कोटा शहर में करोड़ों के विकास कार्य करवाए जा रहे हैं. इसके चलते रास्तों पर डायवर्जन किया हुआ है, लेकिन डायवर्जन किए गए रास्तों पर पूरी सुविधा उपलब्ध नहीं करवाई हुई है. ये रास्ते या तो खस्ताहाल उबड़ खाबड़ हैे या फिर संकरे हैं. इसके चलते यहां पर वाहन फंस जाते हैं और जाम भी लग जाता है. ऐसे ही डायवर्ट किए हुए रास्ते पर हादसा हुआ. रेती से भरा हुआ डंपर नहर में गिर गया (Accident In Kota Again) और ड्राइवर ने भी कूद कर अपनी जान (Driver Jumped And Save His Life In Kota)बचाई.
घटना बोरखेड़ा थाना इलाके में हुई जहां से बोरखेड़ा से थेकड़ा जा रही नहर में डम्पर गिर गया है. बताया जा रहा है कि डंपर असंतुलित होकर ही नहर में गिरा है, लेकिन गनीमत रही कि ड्राइवर की जान किसी तरह बच गई. बोरखेड़ा पुलिस मौके पर पहुंची और निगम की रेस्क्यू टीम (Rescue Team reaches Kota Accident Site) को सूचना दी.
डंपर में भरी हुई रेती नहर में ही गिर गया और पानी के साथ ही बह गया. मौके पर पहुंचे बोरखेड़ा थाने के सब इंस्पेक्टर भगवान सिंह ने बताया कि बूंदी से रेती लेकर ये कोटा के कोरल पार्क कोचिंग एरिया में खाली करने के लिए जा रहा था. बोरखेड़ा नहर के पास से वह थेकड़ा की तरफ मुड़ गया. जहां पर नहर के सीपेज के चलते सड़क के हिस्से की कुछ जमीन पहले से ही दरक गई थी. ऐसे में सुबह करीब 6:45 बजे वहां पर ही यह डंपर असंतुलित हो गया, वो नहर में गिर गया.
खबर लिखे जाने तक क्रेन को बुलवाकर डंपर को हटाया जा रहा है, ताकि रास्ते को क्लियर किया जा सके. इस हादसे में डम्पर चालक बूंदी की गुरु नानक कॉलोनी निवासी चालक राम सिंह पुत्र हनुमान सिंह सुरक्षित है. हालांकि डंपर पूरा नहर में चला गया है.
आपको बता दें कि थेकड़ा इलाके से बोरखेड़ा होती हुई काला तालाब इलाके में जा रही नहर की सुरक्षा दीवार पूरी तरह से खस्ताहाल है. जगह-जगह से ये टूटी हुई है और हादसों को आमंत्रित कर रही है. लोगों ने सुरक्षा के लिए कई जगह पर तारबंदी की हुई है. ये उपाय भी ऐसे बड़े डंपर, ट्रकों और वाहनों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर पा रहा है और लोग हादसे का शिकार हो रहे हैं. थेकड़ा और बोरखेड़ा इलाके में ही मवेशियों से लेकर आम लोग दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं.