कोटा. जिले के न्यू मेडिकल अस्पताल के आईसीयू वार्ड में लगे 12 एसी में से दो या तीन ही एसी चल रहे हैं. ऐसे में 10 बेड के इस आईसीयू में भर्ती मरीजों को गर्मी का सामना करना पड़ रहा है. परिजन भी पर्चियों से मरीज को हवा कर गर्मी से राहत पहुचाने की कोशिश कर रहे हैं.
कोटा के न्यू मेडिकल अस्पताल में बंद पड़े आईसीयू के अधिकांश एसी, मरीजों का गर्मी से हाल बेहाल - एसी
जिले में 42 डिग्री तापमान होने से भीषण गर्मी का आलम बना हुआ है. ऐसे में न्यू मेडिकल अस्पताल में मरीजों की तादाद बढ़ गई है.
आईसीयू वार्ड में बंद पड़े एसी
कोटा. जिले के न्यू मेडिकल अस्पताल के आईसीयू वार्ड में लगे 12 एसी में से दो या तीन ही एसी चल रहे हैं. ऐसे में 10 बेड के इस आईसीयू में भर्ती मरीजों को गर्मी का सामना करना पड़ रहा है. परिजन भी पर्चियों से मरीज को हवा कर गर्मी से राहत पहुचाने की कोशिश कर रहे हैं.
अस्पताल अधीक्षक ने बताया कि आचार संहिता होने के कारण खराब पड़े एयर कंडीशनर को रिप्लेस भी नहीं किया जा सकता. फिर भी जो भी एसी चलने लायक हैं उनको रिपेयर कर दिया जाएगा. देखने वाली बात यह है कि यह अस्पताल कोटा मेडिकल कॉलेज का अभिन्न अंग है. यहीं पर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल भी बैठते हैं. फिर भी अस्पताल की इन कमियों को दूर नहीं किया जा रहा है.
अस्पताल अधीक्षक ने बताया कि आचार संहिता होने के कारण खराब पड़े एयर कंडीशनर को रिप्लेस भी नहीं किया जा सकता. फिर भी जो भी एसी चलने लायक हैं उनको रिपेयर कर दिया जाएगा. देखने वाली बात यह है कि यह अस्पताल कोटा मेडिकल कॉलेज का अभिन्न अंग है. यहीं पर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल भी बैठते हैं. फिर भी अस्पताल की इन कमियों को दूर नहीं किया जा रहा है.
Intro:कोटा में42 डिग्री तापमान होने से भीषण गर्मी का आलम बना हुआ है ऐसे में न्यू मेडिकल अस्पताल में मरीजों की तादाद बढ़ गई है वहीं पर आईसीयू वार्ड के एसी खराब रहने से स्वयं बीमार पड़ गया
आईसीयू वार्ड में 12 एसी में से दो या तीन ही ऐसी चल रहे हैं 10 बेड के इस आईसीयू में भर्ती मरीजों को गर्मी का करना पड़ रहा है परिजनों को पर्चियों से मरीज को हवा कर गर्मी से राहत पहुचाने की कोशिश की जा रही है।Body:भीषण गर्मी के चलते अस्पतालों में मरीजों की तादाद बढ़ती जा रही है वहीं न्यू मेडिकल कॉलेज में गर्मी से बचने के साधन नहीं होने से मरीज और तीमारदार हो रहे हैं परेशान आउटडोर की परियों से हवा कर गर्मी से बचने का जतन कर रहे हैं मरीज न्यू मेडिकल कॉलेज के आईसीयू वार्ड में 12 एसी में से मात्र दो या तीन ही ऐसी चल रहे हैं दस बेड के आईसीयू मे लगे एसी की हालत इतनी खराब है कि इनको दोबारा सही भी नहीं किया जा सकता अस्पताल अधीक्षक ने बताया कि आचार संहिता होने से इनको रिप्लाई भी नहीं किया जा सकता फिर भी जो एससी चलने लायक हैं उनको रिपेयर कर दिया जाएगाConclusion:सबसे बड़ी देखने वाली बात यह है कि कोटा मेडिकल कॉलेज का यह अस्पताल अभिन्न अंग है यहीं पर स्वयं प्रिंसिपल बैठते हैं फिर भी अस्पताल की इन कमियों को दूर नहीं किया जा रहा है
बाईट परिजन राजेश
बाईट देवेंद्र विजयवर्गीय अधीक्षक न्यू मेडिकल अस्पताल
आईसीयू वार्ड में 12 एसी में से दो या तीन ही ऐसी चल रहे हैं 10 बेड के इस आईसीयू में भर्ती मरीजों को गर्मी का करना पड़ रहा है परिजनों को पर्चियों से मरीज को हवा कर गर्मी से राहत पहुचाने की कोशिश की जा रही है।Body:भीषण गर्मी के चलते अस्पतालों में मरीजों की तादाद बढ़ती जा रही है वहीं न्यू मेडिकल कॉलेज में गर्मी से बचने के साधन नहीं होने से मरीज और तीमारदार हो रहे हैं परेशान आउटडोर की परियों से हवा कर गर्मी से बचने का जतन कर रहे हैं मरीज न्यू मेडिकल कॉलेज के आईसीयू वार्ड में 12 एसी में से मात्र दो या तीन ही ऐसी चल रहे हैं दस बेड के आईसीयू मे लगे एसी की हालत इतनी खराब है कि इनको दोबारा सही भी नहीं किया जा सकता अस्पताल अधीक्षक ने बताया कि आचार संहिता होने से इनको रिप्लाई भी नहीं किया जा सकता फिर भी जो एससी चलने लायक हैं उनको रिपेयर कर दिया जाएगाConclusion:सबसे बड़ी देखने वाली बात यह है कि कोटा मेडिकल कॉलेज का यह अस्पताल अभिन्न अंग है यहीं पर स्वयं प्रिंसिपल बैठते हैं फिर भी अस्पताल की इन कमियों को दूर नहीं किया जा रहा है
बाईट परिजन राजेश
बाईट देवेंद्र विजयवर्गीय अधीक्षक न्यू मेडिकल अस्पताल