कोटा. कोटा शहर के दक्षिण नगर निगम की बजट बैठक शुक्रवार को हंगामेदार रही. पक्ष और विपक्ष ने महापौर राजीव अग्रवाल के बजट भाषण के बिना पार्षदों ने बजट की पुष्टि करते हुए उसे सर्वसम्मति से पारित किया. वित्तीय वर्ष 2021-22 में निगम की आय का 556 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान रखा गया है. बजट में व्यय के लिए 521 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा.
कोटा दक्षिण नगर निगम की यह बजट बैठक भी हंगामेदार रही. विपक्षी दल भाजपा के पार्षदों ने कोटा दक्षिण नगर निगम और कोटा उत्तर नगर निगम में सफाई कर्मचारियों के बंटवारे को लेकर यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल पर भेदभाव करने का आरोप जड़ा. भाजपा के पार्षदों का इस आरोप के जवाब में कांग्रेस पार्षदों ने हंगामा शुरू कर दिया और यूडीएच मंत्री पर लगाए गए आरोपों को निराधार बताया. इसके बाद दोनों दलों के पार्षद एक-दूसरे के विरोध में अपने नेताओं नाम लेकर हंगामा करते हुए नारेबाजी की. कांग्रेसी पार्षदों ने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के समर्थन में तो भाजपा पार्षदों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम के नारे लगाए.
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बैठक में लंबे समय तक इस मुद्दे पर पक्ष-विपक्ष में तनातनी देखने को मिली. बैठक में कई पार्षदों ने अधिकारियों की ओर से जन समस्याओं का समाधान करने को लेकर पार्षदों के द्वारा बताई गई समस्याओं पर रेस्पॉन्स नहीं देने का आरोप जड़ा. विपक्षी दल भाजपा ने कांग्रेस बोर्ड पर आरोप लगाया कि अभी तक कोटा दक्षिण नगर निगम में स्वास्थ्य निरीक्षक अधिकारी नहीं है, ऐसे में वार्डों में समस्याएं बनी हुई हैं.
भाजपा पार्षदों ने कांग्रेस बोर्ड को घेरते हुए टिपर वाहनों के बंटवारे में भी भेदभाव का आरोप लगाया. बैठक की शुरुआत में भाजपा पार्षदों ने महापौर की शक्तियों को लेकर भी सवाल उठाए. भाजपा पार्षदों ने बजट को नगर निगम की जनता की उम्मीदों के मुताबिक निराधार बताया. जबकि कांग्रेस पार्षदों ने बजट को जनता की उम्मीदों के मुताबिक और नगर निगम क्षेत्र के विकास को लेकर बजट उचित बताया है. महापौर राजीव अग्रवाल ने कहा है कि कोटा दक्षिण नगर निगम बोर्ड की प्राथमिकता शहर की साफ-सफाई है जिसका हर हाल में ख्याल रखा जाएगा.