जोधपुर. प्रदेश की कांग्रेस सरकार की नीतियों के विरोध में जोधपुर भाजपा ने शहर में जनाक्रोश रैली (BJP Janakrosh rally) निकाली. लेकिन इसमें भाजपाइयों में खुद में ही आक्रोश नजर आया. इस रैली से पहले श्याम प्रसाद मुखर्जी पार्क में एक सभा का आयोजन किया गया. इस सभा के बैनर पर सिर्फ वसुंधरा राजे का फोटो नहीं था. जबकि जोधपुर के जिलाध्यक्ष का भी फोटो लगा था. सभा शुरू होने के बाद वहां पहुंचे पूर्व जिलाध्यक्ष जगत नारायण जोशी व नरेंद्र कच्छवाह जो वसुंधरा समर्थक माने जाते हैं, अपने समर्थकों के साथ पांडाल के बाहर चले गए. सभा पूरी होने के बाद वे रैली में शामिल हुए. हालांकि इसको लेकर कोई वक्तव्य नहीं दिया. लेकिन उनके चेहरों से साफ नजर आ रहा था कि पूर्व मुख्यमंत्री की अनदेखी उन्हें बर्दाश्त नहीं है.
कार्यकर्ता चढ़ा मंच पर लगाए आरोपः एक कार्यकर्ता मंच पर चढ़ गया और महपौर वनीता सेठ को भला बुरा कहने लगा. उसने आरोप लगाया कि वह काम नहीं करती हैं. बमुश्किल संगठन के लोगों ने उसे समझाइश करके बैठाया. इस जनाक्रोश रैली में जोधपुर संगठन के प्रभारी पूर्व मंत्री वासुदेव देवनानी, राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत, पाली सांसद पीपी चौधरी, महापौर वनीता सेठ सहित अन्य नेता शामिल हुए. सभा में नेताओं ने कांग्रेस पर हर मुद्दे पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया. खास तौर से किसानों की कर्ज माफी, प्रदेश की कानून व्यवस्था, महिलाओं के विरुद्ध अपराध व पेट्रोल डिजल की कीमतों में कमी नहीं करने को लेकर सभी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा. रैली के साथ कलेक्ट्रेट जाकर जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा.
शेखावत का है बोल बालाः प्रदेश की राजनीति में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पिछले कुछ दिनों से सक्रिय हुई हैं. भाजपा की बैठकों में शामिल होने के साथ कांग्रेस सरकार के विरुद्ध बयान भी दे रही है. लेकिन जोधपुर में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का ही बोलबाला है. इसके चलते यहां संगठन के होने वाले सभी कार्यक्रमों से वसुंधरा का चेहरा गायब रहता है. शुक्रवार को भी यही हुआ. लेकिन पहली बार ऐसा मौका आया कि वसुंधरा समर्थकों ने भी खुलकर विरोध जताया और सभा पांडाल में नहीं गए.