जोधपुर. कोरोना का कहर परिवारों को तोड़ने लगा है. जिंदगी भर की जुदाई दे रहा है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि शहर के हाउसिंग बोर्ड निवासी एक परिवार की दो बेटियों की 3 दिन में मौत हो गई. पहले बड़ी बहन को कोरोना ने छीना, बाद में छोटी बहन की भी कोरोना के चलते मौत हो गई, बहन गर्भवती थी.
यह कहानी है चौपासनी हाउसिंग बोर्ड निवासी दिनेश व्यास के परिवार की जिनकी 4 बेटियां हैं. इनमें सबसे छोटी बेटी टीना का अंतिम संस्कार शनिवार को किया गया. वह गर्भवती थी. जो परिवार चार माह पहले इस खुशखबरी से खुश था. उसकी खुशियों पर ग्रहण लग गया. मथुरादास माथुर अस्पताल में शुक्रवार को टीना ने अपने गोद लिए पुत्र की गोद में अंतिम सांस ली.
दिनेश व्यास की बड़ी बेटी दमयंती पुरोहित की भी तबीयत 1 सप्ताह पहले खराब हुई. उसे पाल रोड स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया. दमयंती के शरीर में ऑक्सीजन का स्तर लगातार कम होने लगा तो दूसरे अस्पताल में भर्ती करवाया गया, लेकिन अंतत दमयंती भी जिंदगी की जंग हार गई और 3 दिन पहले उसने भी राज दादी जी अस्पताल में अंतिम सांस ली. पूरा व्यास परिवार शोक में डूब गया.
ज्ञात रहे कि जोधपुर में जिस गति से कोरोना का कहर बरपा रहा है और हर दिन होने वाली 30-30 मौतों ने लोगों को हिला कर रख दिया है. एक ही परिवार के कई लोग इसकी चपेट में आने लगे हैं.