जोधपुर. तस्करों ने अफीम की खेप लूटने के शक में डांगियावास थाना इलाके से पांच लोगों का अपहरण कर मारपीट किया और दो लोगों की हत्या कर शव फेंक दिया था. इस मामले में आठ दिन बाद कुड़ी थाना पुलिस सहित डीसीपी वेस्ट जिला टीम ने तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार किया है. हत्या करने में शामिल ओमप्रकाश, हरिराम और श्रवण को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ करने में जारी है और पुलिस मामले में अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है.
बता दें कि अफीम तस्करों में हुए विवाद में, अफीम तस्करों की एक गैंग ने मणिपुर से मंगवाई गई अफीम की खेप को लूटने के शक में डांगियावास इलाके से पांच लोगों का अपहरण कर लिया था. इसके बाद उनके साथ मारपीट की, जिसमें से महेंद्र और भेराराम नामक युवक की मौत हो गई थी. वहीं एक अन्य युवक घायल हो गया था. इसके बाद आरोपी तीनों को अलग-अलग इलाको में फेंक दिए थे. इसमें से महेंद्र और भेराराम का शव बासनी और एम्स के पास फेंक दिया. जबकि घायल को डीपीएस इलाके में फेंककर फरार हो गए थे.
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इस पूरे मामले को लेकर जाट समाज ने नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल की अगुवाई में एमडीएम अस्पताल पर धरना दिया था. साथ ही पुलिस कमिश्रर कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन कर सात दिन में आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी थी. इसके बाद से ही पुलिस ने मामले में टीम का गठन कर आरोपियों की तलाश शुरू की. जहां पुलिस ने हत्या करने वाले तस्कर गैंग के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
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पुलिस द्वारा प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी ओमप्रकाश विश्नोई ने भैराराम गुड्डी और महेंद्र बोयल जो कि मृतक हैं, उनके जरिए मणिपुर से 20 किलो अफीम मंगवाई थी. उसमें उनका 20 प्रतिशत हिस्सेदारी होने की बात कही, जिसके बाद महेंद्र बोयल और राम डूडी के मन में लालच आ गया. उन्होंने अफीम के सारे माल को गायब कर दिया, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच में वार्ता भी चली. लेकिन अफीम वापस नहीं दिया गया, जिसके पश्चात ओमप्रकाश विश्नोई उर्फ फौजी ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर उनका अपहरण कर लिया और हत्या कर दी. फिलहाल, पुलिस इस मामले में हत्या करने वाले अन्य आरोपियों की भी तलाश में जुटी है. पुलिस को अंदेशा है कि इस मामले में हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ ही अवैध मादक पदार्थों की तस्करी करने वाली गैंग का भी खुलासा होने की संभावना है.