जोधपुर. जिले में हर दिन कारोना कहर बरपा रहा है. रोजाना 400 से 500 नए मरीज सामने आ रहे हैं. वहीं जिले में 5 से 10 लोगों की मौतें प्रतिदिन हो रही है. मेडिकल कॉलेज और प्रशासन सभी इस बात को लेकर चिंतित है कि आखिरकार इतनी मौंते क्यों हो रही है.
वहीं, मंगलवार को राज्य स्तरीय जागरूकता वीडियो कांफ्रेसिंग के बाद जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह ने बताया कि हमारे यहां मरीज दस दिन तक घर पर ही हलका बुखार लेकर बैठे रहते है. जब हालात काबू में नहीं होते हैं तो वे अस्पताल पहुंचते है. जहां गंभीर अवस्था में उपचार शुरू होता हैं.
कलेक्टर के अनुसार जोधपुर में अस्पतालों में ज्यादा मरीज नहीं है, लेकिन जो आ रहे हैं उनमें 58 फीसदी गंभीर स्थिति में आ रहे है. जिसकी वजह से मौतें बढ़ रही हैं. संभागीय आयुक्त समित शर्मा ने बताया कि लोगों को इस बात को लेकर जागरूक करना होगा कि बीमार होते ही इलाज से जुडे. इसके लिए 15 दिन का विशेष अभियान भी शुरू किया जाएगा. जिससे लोगों को इलाज से जोडा जा सके.
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विधायक मनीषा पंवार का कहना है कि लोगों को कोरोना को लेकर लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए. बीमार होते ही अस्प्ताल पहुंचने का फायदा पूरे परिवार को मिलेगा. गौरतलब है कि जोधपुर में अब तक 265 रोगियों की मौत हो चुकी है. इनमें सितंबर में ही 92 लोगों की जान गई है. इसके अलावा अब तक कोरोना के 18 हजार मामले जोधपुर जिले में सामने आ चुके हैं.