जोधपुर. राम मंदिर निर्माण के लिए जो ट्रस्ट सुप्रीम कोर्ट के कहने पर केंद्र सरकार ने बनाया है, वह राजनीति से प्रेरित है. इस ट्रस्ट में 2 ऐसे लोग भी शामिल हैं जिनके खिलाफ आपराधिक मामले चल रहे हैं और वे जमानत पर हैं, इस पर हमारी आपत्ति है. यह कहना है कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का.
जोधपुर में रविवार को मीडिया से बात करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा, कि राम मंदिर का निर्माण नरसिम्हा राव सरकार के दौरान बनाए गए रामालय ट्रस्ट की ओर से ही किया जाए. इसको लेकर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है क्योंकि उस ट्रस्ट के अध्यक्ष और सभी सदस्य संत हैं, जो सेवा करते आए हैं. उन्होंने कहा, कि सरकार ने वर्तमान में जो ट्रस्ट बनाया है उसमें भाजपा के सदस्य, आरएसएस के लोग, विश्व हिंदू परिषद और सरकारी अधिकारी को भी शामिल किया है.
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दिग्विजय सिंह ने कहा, कि इसके अलावा जो 2 सदस्य हैं, वह अभी भी जमानत पर चल रहे हैं जिसको लेकर हमारी आपत्ति है. उन्होंने कहा, कि रामालय ट्रस्ट के सदस्य रामानंदी संप्रदाय से थे जो राम से जुड़े हुए हैं, अगर वह राम मंदिर का निर्माण करते हैं तो ज्यादा अच्छा रहेगा. साथ ही उन्होंने कहा कि अखाड़ा परिषद को भी ट्रस्ट में शामिल किया जाना चाहिए.