जोधपुर. जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय और एमबीएम इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनावों को देखते हुए छात्र नेताओं का जमावड़ा होने लगा है. वाहनों की आवाजाही बढ़ गई है. इसके चलते पुलिस भी सजग हो गई है. दो दिनों से लगातार चालान बनाए जा रहे हैं. गुरूवार को एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज में एनएसयूआई जिलाध्यक्ष दिलीप चौधरी की गाड़ी में सायरन बजा तो पुलिस ने रोका. इस पर थानाधिकारी और छात्र नेता में बहस हो गई. इसके विरोध में छात्रों ने रातानाड़ा थाने के सामने धरना (NSUI protest against police) दिया.
दरअसल, रातानाडा थानाधिकारी ने जब दिलीप चौधरी की गाड़ी में सायरन बजने पर रोका, तो दोनों में बहस हो गई. थानाधिकारी भरत रावत ने साफ शब्दों में कहा कि यह कानून का उल्लंधन है. गाड़ी सीज होगी. हालांकि गाड़ी सीज नहीं की गई. इसके विरोध में दिलीप चौधरी कार्यकर्ताओं के साथ रातानाडा थाना के सामने धरने पर बैठ गए. पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई.
चौधरी ने कहा कि थानाधिकारी हमें कुछ नहीं समझते हैं, मुख्यमंत्री की भी परवाह नहीं है. उन्होंने थानाधिकारी पर भाजपा के पक्ष में काम करने का आरोप लगाया. जब तक रावत को हटाया नहीं जाएगा, धरना जारी रहेगा. इसके बाद एडीसीपी नाजिम अली के साथ बात हुई. उन्होंने समझाने की कोशिश की लेकिन एनएसयूआई कार्यकर्ता नहीं माने. कुछ समय बाद विधायक मनीषा पंवार ने धरने पर जाकर छात्रों को थानाधिकारी को हटाने की बात कही, तब जाकर धरना समाप्त किया गया.
चालान को लेकर परेशानी: रातानाडा थाना क्षेत्र में नए बने एमबीएम विश्वविद्यालय का क्षेत्र आता है. जहां पर चुनावी गतिविधियां शुरू होने से वाहनों की आवाजाही चल रही है. बताया जा रहा है कि बुधवार को जैसलमेर के एक एनएसयूआई पदाधिकारी का पुलिस ने चालन बनाया. इसके अलावा बिना हेलमेट सहित अन्य उल्लंघन के चालान बनाने शुरू कर दिए थे. जिसको लेकर कार्यकर्ताओं ने नेताओं को शिकायत भी की. गुरुवार को जिलाध्यक्ष की गाड़ी रोकने के बाद कार्यकर्ता पुलिस के विरोध में उतर गए. आरोप लगाया कि कुछ कार्यकर्ताओं को कॉलर पकड़ कर पुलिस ने गाड़ी से उतारा था.