जोधपुर. पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं वर्तमान में पाली से सांसद पीपी चौधरी ने कहा है कि केंद्र द्वारा ऑक्सीजन का जो आवंटन किया गया है, वह प्रदेश सरकार पूरा उठा नहीं पा रही है. जो ऑक्सीजन प्लांट दिए गए उनका इंस्टॉलेशन नहीं किया गया, वेंटिलेटर केंद्र सरकार ने भेजे, लेकिन उन्हें चलाने के लिए सरकार ने स्टाफ की नियुक्ति नहीं की गई. जिसकी वजह से लोगों की मौतें हो रही है.
पीपी चौधरी ने तो यहां तक आरोप लगाया कि इस भीषण कठीन कोरोना काल में सरकार को मदरसा शिक्षकों का मानदेय बढ़ाने की क्या जरूरत थी. जबकि प्रदेश में हालात हर दिन बिगड़ते जा रहे हैं. चौधरी ने तो मुख्यमंत्री द्वारा युवाओं को वैक्सीन लगाने के लिए बनाए गए कोष पर भी सवाल उठाए गए. पूर्व मंत्री ने कहा कि इसको उसकी ऑडिट कहां होगी, कौन इसका संचालन करेगा, इसको लेकर सरकार ने कुछ स्पष्ट नहीं किया है.
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इसी तरह से राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत ने भी कहा कि प्रदेश सरकार केंद्र द्वारा भेजी गई मदद का सही उपयोग नहीं कर पाई, जिसकी वजह से गांव में कोरोना फैल गया और अब सरकार केंद्र पर आरोप लगा रही है. जबकि ऑक्सीजन के प्लांट अगर लग जाते तो आज यह दिन नहीं देखना पड़ता. गहलोत ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने गांव में उपचार की कोई व्यवस्था नहीं की. शिक्षाकर्मी नहीं लगाए, दवाइयां नहीं भेजी, जिसकी वजह से आज गांव में खौफ हो गया है. जबकि केंद्र सरकार ने ऑक्सीजन के लिए वायु सेना के मालवाहक जहाज लगाए ट्रेनें लगा दी. लेकिन राज्य सरकार इस मदद का सही उपयोग नहीं कर पा रही है.