जोधपुर. जिले के जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय में छात्रों की ओर से जमीन जेडीए को देने के मामले में विश्वविद्यालय के कुलपति को 3 फरवरी को ज्ञापन दिया गया था. इस दौरान प्रशासन और पुलिस की ओर से छात्रों पर लाठीचार्ज किया गया था. इसके बाद से ही विश्वविद्यालय की जमीन को बेचने के विरोध में छात्रों की ओर से लगातार धरना-प्रदर्शन किया जा रहा था.
छात्र संघ अध्यक्ष अमित सिंह भाटी सहित अन्य छात्रों ने लगातार इसका विरोध किया. इसके बाद मंगलवार को विश्वविद्यालय ने प्रेस नोट जारी करते हुए जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय की 39 एकड़ भूमि को जेडीए को सुपुर्द करने के फैसले को निरस्त कर दिया.
जोधपुर में अंतरराष्ट्रीय स्तर के ऑडिटोरियम का निर्माण
जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी के अनुसार राजस्थान सरकार की ओर से जोधपुर में अंतरराष्ट्रीय स्तर के ऑडिटोरियम का निर्माण किया जाएगा. इसके लिए राजकीय महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज परिसर में से 40 बीघा भूमि का हस्तांतरण किया जाएगा. उन्होंने बताया कि जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय की भूमि हस्तांतरण प्रक्रिया को निरस्त कर दिया गया है.
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बता दें कि राजकीय महिला पॉलिटेक्निक महाविद्यालय जोधपुर के दक्षिणी पूर्वी भाग में स्थित 40 बीघा जमीन अब जोधपुर विकास प्राधिकरण को आवंटन करने के लिए हस्तांतरण की सहमति प्रदान की गई है. इस प्रस्ताव पर राजस्थान सरकार के उच्च स्तर पर अनुमोदित होने के बाद आदेश जारी किया गया है.
'छात्र शक्ति की जीत'
जनसंपर्क अधिकारी के अनुसार राजस्थान सरकार के तकनीकी शिक्षा विभाग की ओर से लिए गए निर्णय के बाद विश्वविद्यालय की जमीन अधिग्रहण का प्रस्ताव स्वत: निरस्त माना जाएगा. विश्वविद्यालय की ओर से जमीन को सुपुर्द नहीं करने के फैसले को लेकर छात्र संघ अध्यक्ष रविंद्र सिंह भाटी ने बताया कि छात्र शक्ति की जीत हुई है.
पिछले 7 दिनों से छात्र कर रहे थे धरना-प्रदर्शन
भाटी ने बताया कि पिछले 7 दिनों से सभी छात्र सड़कों पर उतरकर विश्वविद्यालय के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. इस मामले को राज्य सरकार ने गंभीरता से लेते हुए भूमि हस्तांतरण प्रक्रिया को निरस्त किया है. साथ ही छात्र संघ अध्यक्ष ने बताया कि आने वाले समय में भी वे विश्वविद्यालय और छात्रों के हितों में लड़ाई लड़ते रहेंगे.