जोधपुर. आईआईटी जोधपुर में साइबर सिक्योरिटी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनेगा. जिसके लिए आईआईटी जोधपुर ने एक निजी कंपनी के साथ एमओयू साइन किया है. यह सेंटर ऑफ एक्सीलेंस आईआईटी जोधपुर के टेक्नोलॉजी पार्क में अगले दो महीने में बनने की उम्मीद है. इसके लिए विजहैक टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड के साथ समझौता किया गया है.
पढ़ें: भारतीय सीमा के पास BSF के जवानों को मिला मृत पक्षी, दोनों पैरों पर लगे हैं टैग
जिसके तहत निजी कंपनी की ओर से रिसर्च, प्रोडेक्ट डवलपमेंट, ट्रेनिंग व पीजी कोर्स से जुड़े काम के लिए सहयोग मिलेगा. आईआईटी निदेशक प्रो. शांतनु चौधरी ने इसका कॉर्डिनेटर डॉ. देवाशीष दास को बनाया है. इस सेंटर के शुरू होने से इसका फायदा न केवल आईआईटी की फैकल्टी व स्टूडेंट्स को बल्कि सामान्य ग्रेजुएट स्टूडेंट्स, इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स व स्कॉलर्स को भी मिलेगा. मौजूदा दौर में बढ़ते साइबर अपराध को ध्यान में रखते हुए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के तहत आईआईटी जोधपुर में एमटेक इन साइबर सिक्यूरिटी कोर्स शुरू करने का भी विचार चल रहा है.
साइबर सिक्यूरिटी कोर्स का मकसद नए साइबर एक्सपर्ट तैयार करना है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और साइबर सिक्योरिटी के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में आईआईटी 6 महीने का सर्टिफिकेट कोर्स करवाएगी. जिसमें ग्रेजुएट स्टूडेंट, पुलिस व अन्य सरकारी विभाग के लोग भी प्रवेश ले सकेंगे.