जोधपुर. 29 मार्च को होली है. समय भी कम बचा हुआ है, लेकिन अभी त्योहार जैसा माहौल नजर नहीं आ रहा है. ना ही चंग की थाप सुनाई दे रही है, ना ही फाग के गीत. इसकी मुख्य वजह है कोरोना वायरस. कोरोना का साया होली पर मंडरा रहा है. जोधपुर में इस बार चंग की बिक्री भी आधी रह गई है. देखें ये खास रिपोर्ट
हर वर्ष होली से एक माह पहले ही फाल्गुन लगने के साथ ही रात को गली मौहल्लों से चंग बजाने की आवाज आने लगती है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो रहा है. क्योंकि, लोग अभी तक कोरोना के साये से नहीं उबरे हैं. यही कारण है कि जोधपुर में इस बार चंग की बिक्री आधी रह गई है. जोधपुर में प्रतिवर्ष होली के मौके पर 1500 चंग की बिक्री होती है. लेकिन, इस बार रूझान मांग में कमी को देखते हुए निर्माताओं ने गत वर्ष की अपेक्षा आधे चंग की बनाए हैं, उसमें भी बिक्री आधी नहीं हुई. यानी की शहर में करीब 700 चंग बने हैं, इनमें भी अभी तक 200 से 300 चंग की बिके हैं.
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चंग की आधी बिक्री...
चंग निर्माता जितेंद्र ने बताया कि कोरोना का साया गया नहीं है. यही वजह है कि चंद की बिक्री काफी कम हुई है. चंग निर्माता सुरेंद्र सिंह चौहान का कहना है कि बाजार काफी धीमा है. अभी आधी बिक्री भी नहीं हुई. लेकिन, उम्मीद है कि अगले तीन-चार दिनों में कुछ बिक्री बढ़ सकती है. लेकिन, फिर भी 2020 में जो बिक्री हुई वह इस बार नहीं होगी.
होली पर हो सकती है सख्ती...
जोधपुर सहित पूरे प्रदेश में लगातार कोरोना के नए मामले बढ़ रहे हैं. ऐसे में पुलिस ने सड़कों पर घूम कर कोरोना के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान शुरू कर दिया है. लेकिन, साथ ही बिना मास्क और गाइडलाइन की पालना नहीं करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई शुरू कर दी है. पुलिस भी होली के दौरान भीड़ जमा नहीं हो, इसको लेकर अगले दो तीन दिनों में और सख्ती कर सकती है. जिसका असर भी इस रंगों के त्योहार पर असर पड़ेगा.