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CM Ashok Gehlot public hearing in Jodhpur: जनसुनवाई में उमड़ी जनता, सीएम ने सब को सुना, मौके पर ही दिए निर्देश - CM Ashok Gehlot in Jodhpur

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जोधपुर के सर्किट हाउस में जनसुनवाई (CM Ashok Gehlot public hearing in Jodhpur)की. इस दौरान लोगों ने अपनी-अपनी समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री से बात की और ज्ञापन सौंपे. कुछ मामलों में लोग अपनी समस्याएं सुनाते हुए रोते देखे गए. सीएम ने सभी समस्याओं को लेकर मौके पर ही अधिकारियों को निर्देश दिए.

CM Ashok Gehlot public hearing in Jodhpur
जनसुनवाई में उमड़ी जनता, सीएम ने सब को सुना, मौके पर ही दिए निर्देश
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Published : Mar 26, 2022, 10:53 PM IST

Updated : Mar 26, 2022, 11:35 PM IST

जोधपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को जोधपुर सर्किट हाउस में जनसुनवाई की. सीएम ने लोगों के बीच करीब ढाई घंटे रूककर उनके ज्ञापन लिए. लोगों की समस्याएं सुन मौके पर ही अधिकारियों को निर्देश देकर लोगों को संतुष्ट करने का प्रयास (Gehlot directions to officers in public hearing in Jodhpur) किया.

इस दौरान हर वर्ग के लोग मुख्यमंत्री से मिले. पुलिस से जुड़ी कुछ शिकायतों में लोग मुख्यमंत्री के सामने रोने लगे. सीएम ने तुरंत मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देश भी दिए. इनमें झंवर थाना क्षेत्र के रहने वाले एक व्यक्ति ने उसकी पुत्री के अपहरण को लेकर कोई कार्रवाई नहीं करने को लेकर शिकायत दी. उसने कहा कि उसकी पुत्री का तीन दिन पहले अपहरण हो गया. आरोपी परिवार को धमकियां दे रहे हैं. लेकिन इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.

पढ़ें: सुभाष गर्ग की जनसुनवाई के दौरान रीट अभ्यर्थियों ने दिया धरना...पद बढ़ाने की मांग

इसी तरह से महामंदिर निवासी एक बुजुर्ग ने करीब एक साल पहले उनकी बेटी की दहेज हत्या के मामले में कार्रवाई नहीं होने पर सीएम के सामने रोकर अपनी व्यथा बताई. पीड़ित ने कहा कि अगर मुझे न्याय नहीं मिला, आत्महत्या कर लूंगा. सीएम ने तुंरत डीसीपी को निर्देश दिए. जनसुवाई के दौरान लूणी क्षेत्र में अवैध खनन को लेकर भी लोगों ने शिकायत की. इसी तरह से दिव्यांगजनों की पेंशन को लेकर शिकायतें पहुंची. जनसुनवाई में जेएनवीयू के पूर्व कुलपति प्रो बीएस राजपुरोहित भी पहुंचे. उन्होंने ज्ञापन देकर विश्वविद्यालय के कर्मचारियों की पेंशन सरकार से देने की मांग की.

जनसुनवाई में उमड़ी जनता, सीएम ने सब को सुना, मौके पर ही दिए निर्देश

पढ़ें: Public Hearing in Jaipur PCC Office : लोगों के बीच जाकर खाचरियावास ने की जनसुनवाई, मंत्री राजेंद्र यादव ने कही ये दिलचस्प बात...

देशबंधु पर प्रताड़ित करने का आरोप: सुनवाई के दौरान बिलाड़ा निवासी महिला अपने परिवार के साथ पहुंची. उसने हाल में गठित राज्य विमुक्त घुमंतु एवं अर्ध घुमंतु कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष चतराराम देशबंधु पर आरोप लगाया कि वह उसके परिवार को प्रताड़ित कर रहे हैं. उसके बेटे के निधन के बाद होने वाली सामाजिक क्रियाएं नहीं करने दी जा रही हैं. उन पर जुर्माना भी लगाया है. महिला की शिकायत पर सीएम ने मौके पर मौजूद अधिकारी को उसकी बात सुनने के निर्देश दिए.

पढ़ें: Gehlot Cabinet Meeting: प्रभारी मंत्री माह में दो बार करेंगे जिले का दौरा, पीसीसी में फिर शुरू होगी जनसुनवाई

छात्राएं बोलीं-हमारी टीम को रोक रहा विश्वविद्यालय: जनसुनवाई में जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय की वुशु की टीम की छात्राएं भी पहुंची. उन्होंने सीएम से कि उनके क्वालिफाइंग मैच पटियाला व अमृतसर में होने हैं. लेकिन एग्जाम के नाम पर हमारी टीमों को नहीं भेज रहे हैं. एक छात्रा ने बताया कि उसने इस क्वालिफाइंग के लिए छह किलो वजन भी कम किया, लेकिन विश्वविद्यालय टीमों को नहीं भेज रहा है. छात्रा ने कहा कि उनमें से किसी की भी परीक्षा नहीं है. सीएम ने पूछा कि कब जाना है. छात्राओं ने कहा कि रविवार को. इसके बाद उन्होंने कलेक्टर से कहा कि इनके लिए कुछ करो. बाद में रजिस्ट्रार को मौके पर बुलाया गया.

यूक्रेन से आए छात्रों ने भी दिया ज्ञापन: यूक्रेन से आए एमबीबीएस के स्टूडेंट ने भी सीएम से मिलकर अपने लिए नियमित शिक्षण की मांग (Ukraine returned students demand to CM Gehlot) की. छात्रों ने अपने ज्ञापन में जो फीस विदेश में भरते हैं, वही फीस यहां भरने की बात कही. इसी तरह से अपने खर्च पर भारत आए छात्रों ने सरकार से खर्च पुर्नभरण की मांग का ज्ञापन सौंपा. जनसुनवाई के दौरान राज्य पशुधन विकास बोर्ड के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह सोलंकी, विधायक मनीषा पंवार, महापौर कुति देवडा, कांग्रेस के प्रदेश सचिव श्रवणराम पटेल, पूर्व सचिव अनिल टाटिया सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे. इस दौरान लोगों ने करीब 500 से ज्यादा ज्ञापन सौंपे.

जोधपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को जोधपुर सर्किट हाउस में जनसुनवाई की. सीएम ने लोगों के बीच करीब ढाई घंटे रूककर उनके ज्ञापन लिए. लोगों की समस्याएं सुन मौके पर ही अधिकारियों को निर्देश देकर लोगों को संतुष्ट करने का प्रयास (Gehlot directions to officers in public hearing in Jodhpur) किया.

इस दौरान हर वर्ग के लोग मुख्यमंत्री से मिले. पुलिस से जुड़ी कुछ शिकायतों में लोग मुख्यमंत्री के सामने रोने लगे. सीएम ने तुरंत मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देश भी दिए. इनमें झंवर थाना क्षेत्र के रहने वाले एक व्यक्ति ने उसकी पुत्री के अपहरण को लेकर कोई कार्रवाई नहीं करने को लेकर शिकायत दी. उसने कहा कि उसकी पुत्री का तीन दिन पहले अपहरण हो गया. आरोपी परिवार को धमकियां दे रहे हैं. लेकिन इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.

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इसी तरह से महामंदिर निवासी एक बुजुर्ग ने करीब एक साल पहले उनकी बेटी की दहेज हत्या के मामले में कार्रवाई नहीं होने पर सीएम के सामने रोकर अपनी व्यथा बताई. पीड़ित ने कहा कि अगर मुझे न्याय नहीं मिला, आत्महत्या कर लूंगा. सीएम ने तुंरत डीसीपी को निर्देश दिए. जनसुवाई के दौरान लूणी क्षेत्र में अवैध खनन को लेकर भी लोगों ने शिकायत की. इसी तरह से दिव्यांगजनों की पेंशन को लेकर शिकायतें पहुंची. जनसुनवाई में जेएनवीयू के पूर्व कुलपति प्रो बीएस राजपुरोहित भी पहुंचे. उन्होंने ज्ञापन देकर विश्वविद्यालय के कर्मचारियों की पेंशन सरकार से देने की मांग की.

जनसुनवाई में उमड़ी जनता, सीएम ने सब को सुना, मौके पर ही दिए निर्देश

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देशबंधु पर प्रताड़ित करने का आरोप: सुनवाई के दौरान बिलाड़ा निवासी महिला अपने परिवार के साथ पहुंची. उसने हाल में गठित राज्य विमुक्त घुमंतु एवं अर्ध घुमंतु कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष चतराराम देशबंधु पर आरोप लगाया कि वह उसके परिवार को प्रताड़ित कर रहे हैं. उसके बेटे के निधन के बाद होने वाली सामाजिक क्रियाएं नहीं करने दी जा रही हैं. उन पर जुर्माना भी लगाया है. महिला की शिकायत पर सीएम ने मौके पर मौजूद अधिकारी को उसकी बात सुनने के निर्देश दिए.

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छात्राएं बोलीं-हमारी टीम को रोक रहा विश्वविद्यालय: जनसुनवाई में जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय की वुशु की टीम की छात्राएं भी पहुंची. उन्होंने सीएम से कि उनके क्वालिफाइंग मैच पटियाला व अमृतसर में होने हैं. लेकिन एग्जाम के नाम पर हमारी टीमों को नहीं भेज रहे हैं. एक छात्रा ने बताया कि उसने इस क्वालिफाइंग के लिए छह किलो वजन भी कम किया, लेकिन विश्वविद्यालय टीमों को नहीं भेज रहा है. छात्रा ने कहा कि उनमें से किसी की भी परीक्षा नहीं है. सीएम ने पूछा कि कब जाना है. छात्राओं ने कहा कि रविवार को. इसके बाद उन्होंने कलेक्टर से कहा कि इनके लिए कुछ करो. बाद में रजिस्ट्रार को मौके पर बुलाया गया.

यूक्रेन से आए छात्रों ने भी दिया ज्ञापन: यूक्रेन से आए एमबीबीएस के स्टूडेंट ने भी सीएम से मिलकर अपने लिए नियमित शिक्षण की मांग (Ukraine returned students demand to CM Gehlot) की. छात्रों ने अपने ज्ञापन में जो फीस विदेश में भरते हैं, वही फीस यहां भरने की बात कही. इसी तरह से अपने खर्च पर भारत आए छात्रों ने सरकार से खर्च पुर्नभरण की मांग का ज्ञापन सौंपा. जनसुनवाई के दौरान राज्य पशुधन विकास बोर्ड के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह सोलंकी, विधायक मनीषा पंवार, महापौर कुति देवडा, कांग्रेस के प्रदेश सचिव श्रवणराम पटेल, पूर्व सचिव अनिल टाटिया सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे. इस दौरान लोगों ने करीब 500 से ज्यादा ज्ञापन सौंपे.

Last Updated : Mar 26, 2022, 11:35 PM IST
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