जोधपुर. सेंट्रल जेल के सभी सैंपलों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. सेंट्रल जेल से जांच के लिए 1400 सैंपल भेजे गए थे. जिनमें कैदी और जेल स्टाफ के सैंपल शामिल थे. अभी तक जोधपुर सेंट्रल जेल से एक भी कोरोना पॉजिटिव मामला सामने नहीं आया है. जहां देश और प्रदेश की दूसरी जेलों में कोरोना वायरस के केस सामने आए वहीं जोधपुर सेंट्रल जेल कोरोना वायरस के कहर से अभी तक बची हुई है.
जोधपुर सेंट्रल जेल अधीक्षक कैलाश त्रिवेदी ने बताया कि कोरोना वायरस के शुरुआती दिनों में ही जेल में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. जेल के मुख्य गेट पर सैनिटाइजर मशीन लगाई गई थी. जेल में काम करने वाले स्टाफ को भी जेल से बाहर जाने पर रोक लगा दी थी.
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जोधपुर सेंट्रल जेल में तीन चरणों में टेस्टिंग करवाई गई. पहले चरण में 60 साल से अधिक उम्र वाले कैदियों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए. उसके बाद दूसरे कैदियों और जेल स्टाफ के सैंपल भी जांच के लिए भेजे गए. जोधपुर जेल से लगभग 1400 सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे. सभी सैंपल की रिपोर्ट कोरोना नेगेटिव आई है.
जोधपुर सेंट्रल जेल में दिन में दो बार फिनाइल और हाइड्रोक्लोराइट का छिड़काव करवाया जा रहा है. नए कैदियों की कोरोना जांच के बाद ही उन्हें जेल में एंट्री दी जा रही है. 25 जून को अलवर सेंट्रल जेल में 2 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं. वहीं जयपुर जिला जेल और सेंट्रल जेल में भी कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज सामने आ चुके हैं. सरकार ने जेलों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए गाइडलाइन बनाई है. जिसके तहत नए कैदियों की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद ही उन्हें जेल में शिफ्ट किया जाएगा.