जोधपुर. शहर के बासनी थाना क्षेत्र में रहने वाले एक रेल कर्मचारी की 12 साल की बच्ची ने अपने ही घर के ऊपर कमरे में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. बताया जा रहा है कि उसके माता-पिता 12 वर्षीय नाबालिग लड़की को बाजार लेकर नहीं गए, जिसके चलते वह नाराज हो गई और उसने नाराज होकर अपने ही कमरे में फांसी का फंदा लगा लिया.
घर में मौजूद अन्य बच्चों को जब पता लगा तो आसपास के लोगों को सूचना दी गई. इस पर लड़की को फंदे से उतारकर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. सूचना पर बासनी थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर उसका पोस्टमार्टम करवाया गया.
बासनी थाना पुलिस के अनुसार मधुबन स्थित डीडीपी नगर में रहने वाले रेलकर्मी धर्मेंद्र सिंह की 12 साल की बेटी रितु सातवीं कक्षा में पढ़ती है. धर्मेंद्र सिंह पत्नी के साथ सोमवार शाम को बाजार जा रहे थे, तब रितु ने भी बाजार चलने की जिद थी, लेकिन उसके माता-पिता ने उसे बाजार ले जाने से मना कर दिया. उसके पश्चात रितु घर के ऊपर कमरे में गई और पंखे के हुक में साड़ी का फंदा लगाकर झूल गई.
इसी बीच घर में मौजूद अन्य बच्चे खेलते हुए जब ऊपर कमरे में पहुंचे तो उन्होंने रितु को फांसी के फंदे पर लटकते हुए देखा और आसपास के लोगों को सूचना दी. जिस पर आसपास के लोगों ने रितु के परिजनों को सूचना देने के साथ ही उसे एम्स अस्पताल ले गए. जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई. फिलहाल मृतका के पिता की रिपोर्ट पर बाकी थाना पुलिस ने मर्ग दर्ज कर मामले की जांच शुरू की है.