जयपुर. यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के निर्देश पर जेडीए (जयपुर विकास प्राधिकरण) की ओर से बनाए जाने वाले 9 नए प्रोजेक्ट में से पहले चरण में B2 बायपास, ओटीएस चौराहे और लक्ष्मी मंदिर चौराहे पर काम होगा. यहां अंडरपास से लेकर क्लोवर लीफ बनाए जाएंगे. इसके अलावा जवाहर सर्किल का सौंदर्यीकरण भी होगा. जेडीए की ओर से जयपुर शहर में ट्रैफिक की समस्या का निदान करने, ट्रैफिक इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने, सौंदर्यीकरण और पर्यटन सुविधाओं के विस्तार के दिए ये प्रोजेक्ट लाए जा रहे हैं.
पढ़ें- स्पेशल: हादसों की डगर पर राहगीर...फुट ओवर ब्रिज, फुटपाथ और पेडेस्ट्रियन Walkway की कमी
जयपुर में वर्ल्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर हो इसके लिए यूडीएच मंत्री के निर्देश पर जेडीए ने 9 प्रोजेक्टों का पहचान किया है, जिनमें रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रोजेक्ट हैं. कुछ ऐसे स्थान जहां ट्रैफिक दबाव ज्यादा रहता है, वहां अंडरपास, एलिवेटेड रोड और क्लोवरलीफ बनाए जाने हैं. साथ ही शहर के सौंदर्यीकरण के नजरिए से जवाहर सर्किल और स्टैचू सर्किल, जबकि ट्रैफिक के नजरिए से B2 बायपास, रामबाग सर्किल, ओटीएस तिराहा, लक्ष्मी मंदिर तिराहा सहित 9 प्रोजेक्ट हैं.
जेडीसी गौरव गोयल ने बताया कि पहले चरण में B2 बायपास, ओटीएस तिराहे और लक्ष्मी मंदिर तिराहे पर काम होगा. यहां पर अंडरपास से लेकर क्लोवरलीफ तक बनाए जाएंगे. इसके अलावा जवाहर सर्किल पर सौंदर्यीकरण भी होगा. वहीं, दूसरे चरण में रामबाग सर्किल, जेडीए सर्किल और चौमूं हाउस सर्किल पर निर्माण कार्य शुरू होगा. इन 6 प्रोजेक्ट पर करीब 700 करोड़ रुपए खर्च होंगे.
डायरेक्टर इंजीनियर वीरेंद्र सुंडा ने बताया कि शहर में यातायात का दबाव निरंतर बढ़ता जा रहा है. जहां ट्रैफिक का दबाव ज्यादा है, ऐसे चौराहों पर यातायात निर्विघ्न चलता रहे इसे ध्यान में रखते हुए नए प्रोजेक्ट लाए जा रहे हैं. उससे लोगों का समय, ईंधन की खपत और प्रदूषण तीनों फैक्टर पर असर पड़ेगा. 6 चौराहों से ट्रैफिक लाइट खत्म होने से हर वर्ष करीब 40 करोड़ रुपए का डीजल-पेट्रोल बच सकेगा. साथ ही इन चौराहों पर हवा की गुणवत्ता भी बेहतर होगी.
बता दें, पिछले साल नवंबर में नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने इन सभी प्रोजेक्ट्स की मौके पर जाकर जानकारी ली थी. अब 15 मार्च तक सभी की फिजिबल रिपोर्ट मांगी गई है. साथ ही 18 महीने में प्रोजेक्ट को पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.