जयपुर. नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र सिंह फोगाट के नेतृत्व में जयपुर जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया गया. नरेंद्र सिंह फोगाट ने बताया कि 1 जनवरी 2004 के बाद राज्य में लागू नई पेंशन योजना कर्मचारियों के हितों के बिल्कुल विपरीत है. इस योजना में कर्मचारी के वेतन से प्रतिमाह 10 प्रतिशत और इतना ही योगदान सरकार द्वारा दिया जाता है.
उन्होंने कहा कि इस पैसे को विभिन्न नोडल एजेंसी के माध्यम से शेयर मार्केट में लगाया जाता है और शेयर मार्केट की हालत किसी से छुपी हुई नहीं है. कर्मचारियों के इस पैसे की सरकार द्वारा कोई गारंटी भी नहीं दी जाती. फोगाट ने बताया कि नई पेंशन योजना में कर्मचारी को सेवानिवृत्ति के बाद नाममात्र की पेंशन दी जा रही है, जबकि पुरानी पेंशन योजना में वेतन के अनुसार पेंशन निर्धारण किया जाता था. समय-समय पर इसमें वृद्धि भी होती रहती थी. इसके अलावा नई पेंशन स्कीम में ग्रेच्यूटी, मेडिकल जैसी सुविधाओं का अभाव है. जबकि विधायकों, सांसदों को आज भी पेंशन का लाभ दिया जा रहा है.
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प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार और राज्य सरकार से मांग की कि कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल कर उनकी सामाजिक सुरक्षा की गारंटी लौटाई जाए. यदि हमारी मांग समय रहते पूरी नहीं होती है तो आगे से इस आंदोलन को और तेज किया जाएगा. इस धरने को प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र सिंह फोगाट के अलावा प्रदेश सचिव मोहनलाल एचरा, सह अध्यक्ष कपिल चौधरी, जिला अध्यक्ष राज कुमार देवंदा और जिला संयोजक संजय यादव समेत कई कर्मचारियों ने संबोधित किया.