जयपुर. चारों ओर कोरोना से हाहाकार मचा है और हर तरफ से नकारात्मक बातें ही सामने आ रही हैं. इस मुश्किल दौर में कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिनका काम समाज को एक सकारात्मक संदेश देता है. इस आंशिक लॉकडाउन में बेजुबान जानवर भी रोटी के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं. ऐसे में जयपुर में एक शख्स ऐसा भी है, जो हर शाम अपनी गाड़ी में भोजन लेकर निकल पड़ता है उन बेजुबानों का पेट भरने.
जी हां, हम बात कर रहे हैं जयपुर के वीरेन शर्मा की, जो कोविड के कारण लगे कर्फ्यू में हर रोज सैंकड़ों आवारा कुत्तों और बंदरों के लिए भोजन का इंतजाम कर रहे हैं. जो तरबूज, आम और केले जैसे फल लेकर बंदरों का पेट भरने गलता, झालाना और जमवारामगढ़ जैसे इलाको में पहुंच जाते हैं. वहीं, सैकडों कुत्तों का पेट भरने के लिए भोजन लेकर शहर की कई वीरान पड़ी गलियों और मोहल्लों में पहुंचते हैं और बड़े प्यार से उन्हें खाना खिलाते नजर आते हैं.
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वीरेन शर्मा का कहना है कि कोरोना के कारण लगा लॉकडाउन हो या फिर कर्फ्यू, इंसानो के साथ-साथ ये जानवर भी उससे प्रभावित होते हैं. लेकिन इनके लिए कोई व्यवस्था नहीं होती है. जबकि भूख तो इन्हें भी लगती है. वीरेन के साथ इन जानवरों का रिश्ता कुछ ऐसा हो चुका है कि उनके पहुंचते ही ये जानवर भी बड़े प्यार से उनके पास आ जाते हैं और उनके हाथ से फल और खाना लेकर खा लेते हैं. अभी वीरेन शर्मा शहर में करीब 800 कुत्तों के लिए खाना तैयार कर खिला रहे हैं.
बेजुबानों के लिए लोगों से अपील...
आपको बता दें कि वीरेन शर्मा ने पिछले साल हुए लॉकडाउन में भी कई महीनों तक बंदरों से लेकर कुत्तों के लिए भोजन की ऐसी ही व्यवस्था की थी और वापस से शुरू हुए कोरोना के कहर के बीच उन्होंने फिर से अपनी इस मुहीम को तेज कर दिया है. वीरेन लोगों से भी अपील करते हैं कि वो आगे आएं और इन मूक प्राणियों का पेट भरने के लिए दो कदम आगे बढ़ाएं.