जयपुर. मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने सोमवार को वीसी के माध्यम से प्रदेश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर की समीक्षा की और अधिकारियों को आवशयक दिशा-निर्देश दिए. उन्होंने सभी जिला कलेक्टर को निर्देश दिए कि उनके जिलों में ऑक्सीजन सिलेंडर की स्थिति की उनके पास वर्तमान जानकारी होनी चाहिए. जिसमें ये भी शामिल हो कि टैंकर्स का न्यायसंगत उपयोग कैसे हो.
मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने कहा कि नोडल अधिकारी निजी अस्पतालों में भी ऑक्सीजन का ऑडिट कराएं. उन्होंने आने वाले समय में ऑक्सीजन की मांग में बढ़ोतरी की संभावना को देखते हुए भिवाड़ी ऑक्सीजन प्लांट से पूरी 120 मीट्रिक टन ऑक्सीजन राजस्थान को आवंटित करने के लिए केंद्रीय गृह सचिव को पत्र लिखने के लिए चिकित्सा शिक्षा सचिव को निर्देश दिए.
आर्य ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अस्पतालों में बेड मैनेजमेंट के तहत कोरोना मरीज और गैर कोरोना मरीजों को डाटा बनाया जाए. उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि रेमडेसिविर दवा का प्रयोग कम से कम तीन चिकित्सकों की कमेटी की सिफारिश के बाद ही किया जाए.
बैठक में प्रदेश भर में होने वाली विवाह समाराहों और प्रवासी मजदूरों के आगमन का मुद्दे को लेकर भी मुख्य सचिव ने अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए. निरंजन आर्य ने सभी जिला कलेक्टर को विवाह समाराहों की गाइडलाइन का सख्ती से पालन सुनिश्चित कराने के लिए कहा.
मुख्य सचिव ने पिछले वर्ष की तरह क्वॉरेंटाइन लोगों को मॉनिटर करने के लिए ऑनलाइन होम आइसोलेशन अलर्ट फिर से शुरू करने के निर्देश दिए. गृह विभाग के प्रमुख शासन सचिव अभय कुमार ने पड़ोसी राज्यों से आने वाले प्रवासी मजदूरों को भी दिशा-निर्देशों की सख्ती से पालना करवाने के निर्देश दिए.