जयपुर. कोरोना वायरस के कारण लगे लॉकडाउन से आम जनजीवन पूरी तरह से बिगड़ चुका था. देश आर्थिक संकट से जूझ रहा था, लेकिन अब स्थिति धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगी है. दरअसल, लॉकडाउन लगने से देश के अधिकतर व्यवसायों पर इसका खासा प्रभाव देखने को मिला. इन्हीं में से एक था ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट, लेकिन अब अनलॉक के चलते एक बार फिर से ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट को अच्छा खासा राजस्व प्राप्त हुआ है. या यूं कहें तो वाहनों की बिक्री में तेजी देखने को मिली है.
राजस्थान में वाहनों की बिक्री में उछाल देखने को मिला है. यहां गुजरात, हरियाणा और पंजाब से भी अधिक वाहन बिके हैं. राजस्थान के परिवहन विभाग को 964 करोड़ रुपए का राजस्व मिला है. पिछले साल इन 6 महीनों में 1358 करोड़ों का राजस्व परिवहन विभाग को मिला था. महामारी के दौर में भी विभाग ने प्रतिमाह 160 करोड़ रुपए वाहनों की बिक्री से कमाए हैं. अब दिवाली का सीजन भी शुरू हो गया है. ऐसे में वाहनों की बंपर बिक्री की भी उम्मीद लगाई जा रही है. वहीं, बीते दिनों नवरात्र के त्योहार के दौरान भी वाहनों की अच्छी बिक्री देखने को मिली है. अगर आंकड़ों पर बात की जाए तो पिछले साल राजस्थान में 1358, गुजरात में 1508, हरियाणा में 1091 और पंजाब में 746 करोड़ रुपए का राजस्व मिला था.
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वहीं, राजस्थान को इस बार कोरोना वायरस के दौरान 964 करोड़ रुपए का राजस्व मिला है जो कि परिवहन विभाग के लिए एक सराहनीय कदम है. आयुक्त रवि जैन ने बताया कि परिवहन विभाग काफी उत्साहित है. वजह है नवरात्री में वाहनों की अच्छी सेल होना. आयुक्त रवि जैन ने कहा कि परिवहन विभाग को जो वन टाइम टैक्स मिलता है, वह वाहनों के रजिस्ट्रेशन से ही मिलता है. वहीं परिवहन विभाग को मिलने वाला लक्ष्य भी इस टैक्स से ही वसूला जाता है, क्योंकि परिवहन विभाग के राजस्व लक्ष्य का 45 से 50 फीसदी हिस्सा इन वाहनों के जरिए ही पूरा होता है.