जयपुर. 1 मई को विश्व भर में अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया जाता है. इसी के तहत जयपुर में भी रविवार को कर्मचारियों के विभिन्न संगठनों ने मजदूर दिवस (employees celebrated International Labor Day) मनाया. जहां पर समान काम के लिए समान वेतन की मांग रखी गई. इसके अलावा विभिन्न मजदूर संगठनों का कहना है कि कर्मचारियों और मजदूरों के हित में कई प्रकार के फैसले लिए गए हैं. लेकिन फिर भी सरकार उन्हें लागू नहीं कर रही है.
इस मौके पर भारतीय ट्रेड यूनियन के जिला महामंत्री कामरेड भंवर सिंह ने बताया कि सीटू की ओर से अन्तरराष्ट्रीय मजदूर दिवस 1 मई 2022 को न्यूनतम वेतन 21000 रूपये देने के लिए, उच्चतम न्यायालय के दिए गए फैसले 'समान काम के लिए समान वेतन' को लागू करने, ठेका प्रथा समाप्त करने करने की मांग को लेकर मजदूर दिवस मनाया गया. इस मौके पर भारतीय ट्रेड यूनियन से जुड़े पदाधिकारियों ने विभिन्न स्थानों पर झंडारोहण किया और कहा कि मजदूरों के हित को लेकर कई प्रकार के कानून बनाए गए हैं. लेकिन उसे अभी भी उन्हें लागू नहीं किया जा सका है.
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ट्रेड यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है कि कई बार सरकार से इस बारे में वार्ता हुई. लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला. इसके अलावा समय-समय पर ट्रेड यूनियन की ओर से आंदोलन भी किए गए, ताकि मजदूरों के हितों में काम हो सके. यूनियन का कहना है कि केंद्र सरकार अभी भी मजदूर हितों को लेकर लिए गए फैसलों को लागू नहीं कर पा रही है. उन्होंने कहा कि समान काम के लिए समान वेतन और न्यूनतम वेतन लागू करने की उनकी प्रमुख मांग है. इसके अलावा यूनियन लगातार मांग कर रही है कि 44 श्रम कानूनों को बदलकर सरकार 4 कोड बनाने की तैयारी कर रही है और यूनियन इस प्रस्ताव को वापस लेने की मांग सरकार से कर रखी है.