जयपुर. राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन की विशेष साधारण सभा की बैठक (Rajasthan Cricket Association meeting) हंगामेदार रही. इस दौरान आरसीए ने नागौर, अलवर और श्रीगंगानगर जिला क्रिकेट संघ को निलंबित कर दिया जिसके बाद जिला संघों के प्रतिनिधियों ने हंगामा शुरू कर दिया और बैठक छोड़कर चले गए. जिला संघ के प्रतिनिधियों ने राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन को राजनीतिक अखाड़ा बनाने का आरोप लगाया.
तीन जिला संघों को निलंबित करने के बाद नागौर जिला क्रिकेट संघ के पदाधिकारी आरएस नान्दू ने आरोप लगाते हुए कहा कि जिस मैदान पर क्रिकेट खेला जाता है, अब उसे राजनीति का अखाड़ा बनाया जा रहा है और जहां-जहां भाजपा समर्थित जिला संघ हैं वहां पर जानबूझकर की जा रही है और जिला संघों को निलंबित किया जा रहा है. नान्दू ने यह भी कहा कि हमारी ओर से जो स्पष्टीकरण भेजा गया है उसको भी नकार दिया गया है. रामेश्वर डूडी इस समय नागौर जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष हैं लेकिन आरसीए आज भी ललित मोदी को ही अध्यक्ष मान रहा है जबकि इससे जुड़े कागजात हमने पेश कर दिए हैं.
दरअसल आज हुई इस बैठक में ओम्बड्समैन की ओर से पास किए गए ऑर्डर के अनुसार इन तीनों जिला संघों ने अंडरटेकिंग दी है या नहीं इस पर विचार विमर्श किया जाना था लेकिन राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन ने इनके अंडरटेकिंग को संतोषजनक नहीं माना और इन्हें निलंबित कर दिया. इस अंडरटेकिंग के तहत कुछ जानकारी राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन ने नागौर, श्रीगंगानगर और अलवर से मांगी थी और राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि जो जानकारियां इन तीनों जिला संघों से मांगी गई वह पूरी नहीं थी. ऐसे में निलंबन की कार्रवाई की गई है.
मामले को लेकर राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष वैभव गहलोत का कहना है कि हमने इन तीनों जिला संघों को काफी मौका दिया. गहलोत ने कहा कि बीसीसीआई और आरसीए के अनुपालना से जुड़ी कुछ जानकारी इन जिला संघों से मांगी गई थी और इसे लेकर कुछ समय पहले एक चिट्ठी भी लिखी गई लेकिन इनकी ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया. इसके अलावा राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष आमीन पठान ने कहा कि लंबे समय तक राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन को बीसीसीआई ने बैन कर रखा था और काफी कोशिशों के बाद बैन हटाया गया है. ऐसे में हम नहीं चाहते कि एक बार फिर बीसीसीआई की ओर से आरसीए को लेकर कोई कदम उठाए जाए और यहां क्रिकेट को नुकसान हो. ऐसे में इन जिला संघों से कुछ साधारण जानकारियां मांगी गई थी जो इन्होंने उपलब्ध नहीं करवाई.
जिला संघों को मिलेंगे 5 लाख
राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन की इस विशेष साधारण सभा की बैठक में क्रिकेट और इससे जुड़े मुद्दों को लेकर भी चर्चा की गई. एसोसिएशन के अध्यक्ष वैभव गहलोत ने कहा कि पिछले 10 सालों से जिला क्रिकेट संघ अपने इंफ्रास्ट्रक्चर को डेवेलप करने के लिए बजट बढ़ाने की मांग कर रहे थे ऐसे में अब बजट 3 लाख से बढ़ाकर 5 लाख रुपए प्रति वर्ष कर दिया गया है. इसके अलावा बैठक में पुराने खिलाड़ियों को पेंशन देने की बात भी कही गई है जिसके तहत राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन एक भव्य कार्यक्रम आयोजित कर के पुराने खिलाड़ियों की पेंशन शुरू करने जा रहा है.
आरपीएल की शुरुआत
देश के विभिन्न राज्यों में स्थानीय क्रिकेट लीग लंबे समय से आयोजित की जा रही है. इसी तर्ज पर राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन भी राजस्थान प्रीमीयर लीग की शुरुआत करने जा रहा है. वैभव गहलोत का कहना है कि आरपीएल से जुड़ी तैयारियों को अंजाम दिया जा रहा है. बीसीसीआई से जैसे ही अनुमति मिलेगी वैसे ही इसका आयोजन राजस्थान में किया जाएगा. इसके अलावा चोंप में बन रहे नए क्रिकेट स्टेडियम को लेकर भी चर्चा की गई है. सीएम गहलोत ने कहा है कि स्टेडियम बनाने का काम तेजी से चल रहा है. इसके अलावा जोधपुर के क्रिकेट स्टेडियम का काम भी पूरा हो चुका है.