जयपुर. विधानसभा में एक बार फिर तारांकित सवाल के जरिए प्रदेश की गहलोत सरकार को विधानसभा चुनाव से पहले किए गए बेरोजगारी भत्ते के वादे को याद दिलाया गया. प्रश्नकाल में विधायक कन्हैया लाल ने यह सवाल लगाया तो जवाब में मंत्री ने कहा कि पिछली सरकार ने 1 लाख बेरोजगारों को भत्ता देने का वादा किया था. लेकिन 40 हजार को ही बेरोजगारी भत्ता दे पाई. लेकिन कांग्रेस सरकार ने इसकी सीमा बढ़ाकर 1 लाख 60 हजार कर दी है. मंत्री अशोक चांदना ने कहा पिछली सरकार के समय से चल रहे 40 हजार 118 बेरोजगारों और हमारी सरकार में अब तक पंजीकृत 41 हजार 738 बेरोजगारों को अगले महीने से कांग्रेस की घोषणा के अनुसार बेरोजगारी भत्ता मिलना शुरू हो जाएगा.
पूरक प्रश्न में विधायक कन्हैया लाल ने पूछा कि प्रदेश में शिक्षित बेरोजगारों का आंकड़ा लाखों में है. लेकिन बेरोजगारी भत्ता महज 41 हजार 118 बेरोजगारों को ही क्यों दिया जा रहा है. इसके जवाब में मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि सभी बेरोजगार को भत्ता नहीं दिया जा सकता है. क्योंकि इसके लिए कुछ नियम बनाए गए हैं. इसमें 30 से 35 वर्ष का ग्रेजुएट युवा बेरोजगार होना जरूरी है. चांदना के अनुसार यह राइडर पिछली भाजपा सरकार में थे और उसे ही हमने आगे बढ़ाया है.
इस दौरान नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने पूरक सवाल के जरिए मंत्री से पूछा कि जब प्रदेश में 13 लाख पंजीकृत बेरोजगार है. तो आप 1 लाख 60 हजार का यह नया आंकड़ा कहां से लेकर आए हैं और जो बचे हुए युवा इसके लिए पात्र क्यों नहीं है. उन्हें क्या इसका फायदा मिलेगा. जवाब में मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि पिछली सरकार ने 5 साल में 122 करोड़ रुपए ही बेरोजगारों को बांटे थे. जबकि हमने अब तक 83 करोड़ रुपए बांट दिए हैं और इस साल के अंत तक 230 करोड़ रुपए बांट देंगे.