जयपुर. परिवहन निरीक्षक संघ के बैनर तले सोमवार को बड़ी संख्या में प्रदेशभर के निरीक्षक और उप निरीक्षक ने एक साथ विभिन्न समस्याओं को लेकर परिवहन आयुक्त को ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन के दौरान परिवहन आयुक्त से एक मीटिंग कर वार्ता भी की.
वार्ता में बताया गया, कि परिवहन निरीक्षक पर विभाग का राजस्व अर्जन करने का दबाव होता है. जिसके लिए विभाग के सभी निरीक्षक और उपनिरीक्षक प्रदेश भर में ट्रांसपोर्टर और परिवहन मालिकों से संपर्क करना पड़ता है. ट्रांसपोर्टर और वाहन मालिकों से फोन के माध्यम से या फिर व्यक्तिगत रूप से मिलकर बकाया राजस्व जमा कराने के लिए भी कहा जाता है, लेकिन इस कार्य को संदेह की नजरों से देखा जा रहा है.
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क्योंकि अर्जित राजस्व को कार्यकाल में जमा करना होता है, लेकिन कई निरीक्षकों को घर पर भी राशि को रखना होता है. उस राशि को भी एसीबी द्वारा गलत मानकर दबिश दे रही है. जिससे सभी निरीक्षक और उप निरीक्षक में भय का माहौल बना हुआ है. अब तो विभाग को राजस्व अर्जन करने में भी डर लग रहा है.
परिवहन विभाग में एसीबी की कार्रवाई के बाद परिवहन निरीक्षक और उप निरीक्षकों के घर पर दबिश दी जा रही है, जिससे परिवहन विभाग के निरीक्षकों में डर का माहौल बना हुआ है, परिवार के सदस्य भी डरे हुए हैं. जिससे बच्चों की पढ़ाई में भी समस्या हो रही है.
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बच्चों में भी एसीबी का डर बैठ रहा है, जिससे वह पढ़ाई तक नहीं कर पा रहे हैं. एसीबी की घरों में कार्रवाई से परिवार के सदस्यों में भी तनाव पैदा हुआ है.
वहीं मार्च नजदीक आने से निरीक्षक और अपने द्वारा किए जाने वाले राजस्व अर्जन के कार्यों को पूर्ण किया जाना संभव नहीं हो रहा है. जिससे टारगेट में कमी आएगी और ऐसे में सोमवार को इन्हीं समस्याओं को लेकर परिवहन आयुक्त को ज्ञापन भी सौंपा गया है.