जयपुर. प्रदेश की गहलोत सरकार (Gehlot Government) में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है. सियासी घटनाक्रम के बीच ब्यूरोक्रेसी में इस बात को लेकर चर्चाएं जोरों पर है कि आखिर मुख्यमंत्री कार्यालय की और से तैयार की गई IAS और IPS की जो जंबो तबादला सूची तैयार की थी वो कहां अटक गई. जिस तरह से एक सप्ताह से तैयार इस जंबो सूची को जारी नहीं किया जा रहा, उससे इस बात को लेकर चर्चाएं ज्यादा है कि मंत्रिमंडल फेरबदल या विस्तार में सरकार के अंदरखाने सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है, जिसकी वजह से इस तबदला सूची को भी रोका हुआ है.
मंत्रिमंडल विस्तार से पहले नौकरशाही में बड़े फेरबदल की तैयारी में गहलोत सरकार
RAS अधिकारियों की जंबो सूची जारी होने के बाद अब IAS-IPS की तबादला सूची पर सबकी निगाहें अटकी हुई है. कुछ अधिकारी जिन्हें यह लग रहा है कि उनका तबादला तय है उन्होंने तो पुरानी फाइलों के पेंडिंग काम युद्ध स्तर पर निपटा दिए, लेकिन पिछले एक सप्ताह से मुख्यमंत्री कार्यालय के एक बड़े साहब लिस्ट को अपने पास लिए बैठे हैं.
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सूत्रों की मानें तो इस तबादला सूची में 150 से ज्यादा आईएएस (IAS) और इतने ही आईपीएस (IPS) के नाम इस सूची में शामिल हैं. बताया यह भी जा रहा है कि दो दर्जन से ज्यादा कलेक्टर्स और जिलों के पुलिस अधीक्षक की सर्जरी तय मानी जा रही थी.
दरअसल, मंत्रिमंडल फेरबदल से पहले राज्य की गहलोत सरकार नौकरशाहों के बड़े स्तर पर तबादले करके इधर-उधर करने की तैयारी में हैं. राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) की दो सूची, जिसमें पहली सूची में 283 और दूसरी सूची में 38 अधिकारियों की जंबो तबादला सूची जारी करने के बाद अब गहलोत सरकार यह मैसेज देने की कोशिश कर रही है कि सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारने में बरती जा रही कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. आईएएस (IAS) और आईपीएस (IPS) अधिकारियों की तबादला सूची पर माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल फेरबदल की तारीख तय होने से पहले बड़े स्तर पर आईएएस-आईपीएस अधिकारियों के तबादले की सूची जारी कर दी जाएगी.
तबादला सूची में 150 से ज्यादा नाम
कार्मिक विभाग से जुड़े सूत्रों की मानें तो गहलोत सरकार 150 से भी ज्यादा आईएएस-आईपीएस अधिकारियों के तबादलों की सूची में पर मंथन कर रही है. कहा जा रहा है कि तबादला सूची का काम लगभग पूरा हो चुका है और इसे मंजूरी के लिए जल्द ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भेजा जा चुका है. लेकिन, मंत्रिमंडल फेरबदल और विस्तार को लेकर जिस तरह से दिल्ली और जयपुर के बीच पेंच फंसा हुआ है उसकी वजह से इस तरबदला सूची को जारी करने की हरी झंडी नहीं मिल रही है.
तबादला सूची की एक वजह यह भी
सूत्रों की मानें तो आईएएस-आईपीएस की तबादला सूची जारी होने की एक वजह ये भी है कि मंत्रिमंडल विस्तार में तकरीबन एक दर्जन मंत्री बनाए जाएंगे. जिनमें कुछ वर्तमान मंत्रियों को मंत्रिमंडल से हटाया जाएगा और नए चेहरों को उसमें रखा जाएगा. ऐसे में नए मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले मंत्रियों के साथ बेहतर तालमेल के लिए नौकरशाहों को इधर-उधर किया जाएगा. इसके अलावा कुछ अधिकारियों की परफॉर्मेंस को लेकर भी सीएम गहलोत के पास शिकायत पहुंची हुई है.
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सूची में दो दर्जन कलेक्टर्स-एसपी के भी नाम
जानकारों की मानें तो आईएएस-आईपीएस अधिकारियों की तबादला सूची में 24 से ज्यादा जिलों के एसपी और कलेक्टर्स के नाम भी शामिल हैं. कहा जा रहा है कि कई कलेक्टर्स और एसपी तो ऐसे हैं जिनकी शिकायतें कांग्रेस विधायकों की ओर से मुख्यमंत्री को की गई है. ऐसे में 12 जिलों के एसपी और कलेक्टर्स की विदाई तय है.
RAS तबादला सूची में विधायकों की चली
इधर, हाल ही में 225 आरएएस (RAS) अधिकारियों की जारी हुई जंबो सूची में कांग्रेस और सरकार को समर्थन दे रहे विधायकों की जमकर चली है. सरकार ने विधायकों की इच्छा के मुताबिक RAS अधिकारियों की तैनाती की है. वहीं, IAS-IPS की तबादला सूची को लेकर भी कांग्रेस विधायकों ने मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित डिनर कार्यक्रम में मुख्यमंत्री गहलोत से आईएएस-आईपीएस की तबादला सूची जारी करने की मांग की थी.