जयपुर. बीपीजी कंपनी जयपुर शहर में बीते 4 साल से डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण का कार्य कर रही है. इस कार्य में मुख्य भूमिका वाल्मीकि समाज के सफाई कर्मचारी निभा रहे हैं. बावजूद इसके, कंपनी प्रबंधक कर्मचारियों पर कोई ध्यान नहीं दे रहे. इससे कर्मचारियों में रोष है.
इसे लेकर बीवीजी से जुड़े सफाई कर्मचारियों ने दोनों निगम आयुक्तों को कंपनी द्वारा भुगतान नहीं किए जाने की शिकायत भी की थी. यही नहीं, कर्मचारियों ने 10 दिन पहले कंपनी को मांगे नहीं माने जाने पर काम ठप करने की चेतावनी भी दी थी.
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सफाई श्रमिक संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया ने बताया कि बीवीजी कंपनी को पहले 11 सूत्री मांग पत्र सौंपते हुए, 10 दिन का अल्टीमेटम दिया था. समय बीतने के बाद भी कंपनी ने कर्मचारियों की मांगों पर कोई सुध नहीं ली. आलम ये है कि कर्मचारियों को जुलाई महीने से वेतन भी नहीं मिला है. उन्होंने इस हड़ताल की पूरी जिम्मेदारी बीवीजी कंपनी और निगम प्रशासन की ठहराई.
ये हैं प्रमुख मांगें...
- कर्मचारियों को प्रत्येक माह की 10 तारीख तक वेतन का भुगतान किया जाए.
- कर्मचारियों का वेतनमान कम्पनी नियम एक्ट के तहत प्रतिवर्ष 10 प्रतिशत बढ़ाया जाए.
- कर्मचारियों का वेतनमान पूर्व में कार्य किये गये 4 साल का वेतन का बढ़ा हुआ वेतनमान का भुगतान किया जाए.
- कर्मचारियों का नये वेतनमान अनुसार आगामी माह से भुगतान किया जाए.
- कर्मचारियों को ईएसआई/पीएफ की कटौती की डायरी दिलवाई जाए.
- कर्मचारियों की मानक सुरक्षा संसाधन दिलवाए जाए.
- बीवीजी कम्पनी के अधिकारियों द्वारा वाल्मीकी समाज के लोगों को कार्य से हटाने की धमकी दी जाती है, कर्मचारीयों को कार्य से हटाने से पूर्व कम्पनी एक्ट के तहत सम्पूर्ण पीएफ, 3 माह की सैलेरी, नियमानुसार ग्रेच्युएटी का भुगतान करने पर ही कार्य से हटाया जाए.
- वाल्मीकि समाज के शिक्षित युवाओं को बीवीजी के उच्च पदों पर लगाया जाए.
- कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने के लिए समय-समय पर पुरस्कृत किया जाए.
- कर्मचारियों में श्रेष्ठ कार्य करने वाले कर्मचारी को पदोन्नत किया जाए.
- कर्मचारियों का समय पर वेतन नहीं मिलने पर हड़ताल किये जाने पर वेतन नहीं काटा जाए.