जयपुर. भारतीय पिता मोहम्मद फैय्याज और पाकिस्तानी मां सुमैया की संतान सलमान को आखिरकार भारतीय नागरिकता मिल गई. राजस्थान गृह विभाग के अधिकारियों ने सलमान को गृह मंत्रालय की ओर से जारी नागरिकता प्रमाण पत्र बुधवार को सौंप दिया है.
दरअसल जोधपुर के मूल निवासी मोहम्मद फैय्याज नौकरी करने सऊदी अरब चले गए थे. इस दौरान 1988 में पाकिस्तानी नागरिक सुमैया से उनका निकाह हुआ. 10 साल बाद 1998 में फैय्याज पत्नी वह दो बच्चों के साथ अपने वतन भारत लौट आए. भारत में आकर उनके सामने पत्नी व बच्चों की नागरिकता को लेकर संकट खड़ा हो गया.
उन्होंने पत्नी और बच्चे की नागरिकता के लिए आवेदन किया. इस बीच फय्याज के दो बच्चे और हो गए. लेकिन ये दोनों बच्चे पाकिस्तान में जन्मे ऐसे में इन बच्चों के नाम सुमैया के पाकिस्तानी पासपोर्ट में जुड़ गए. मां के पासपोर्ट में बच्चों का नाम जुड़ने के साथ उन दोनों बच्चों की भारतीय नागरिकता मिलने भी कई कानूनी अड़चने आ गई.
लंबे संघर्ष और भागदौड़ के बाद 2 साल पहले सुमैया उसके तीन बच्चों को भारतीय नागरिकता मिल गई. लेकिन एक बच्चे सलमान को नागरिकता नहीं मिली थी. ऐसे में परिवार के सामने एक बेटे की नागरिकता को लेकर संकट खड़ा हो गया. 2 साल के संघर्ष के बाद आखिरकार सलमान को आज भारतीय नागरिकता मिल गई.
केंद्र सरकार ने पाकिस्तान या अन्य देशों से आकर भारत बसने वाले लोगों को भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान कर रखा है. लेकिन इसके लिए कुछ विशेष शर्ते निश्चित की गई है. नागरिकता लेने के लिए इन लोगों को लंबा संघर्ष करना पड़ा. सलमान जैसे लोग खुशनसीब है, जिन्हें भारतीय नागरिकता मिल गई. लेकिन अभी भी राजस्थान सहित देश के विभिन्न राज्यों में हजारों की तादाद में लोग ऐसे है, जो भारतीय नागरिकता के लिए बाट जोह रहे है.