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प्रश्नकाल में इस बार स्पीकर सीपी जोशी ने भी पूछ लिया मंत्री से अपना सवाल ...पेयजल विभाग की गिनाई बड़ी खामी - Jaipur

राजस्थान विधानसभा के प्रश्न काल में अमूमन विधायक मंत्री से सवाल पूछते हैं और आसन उस पर व्यवस्था देता है. लेकिन गुरुवार को राजस्थान विधानसभा के प्रश्न काल में स्पीकर सीपी जोशी भी आम विधायक की तरह मंत्री से पूरक सवाल पूछते नजर आए. इस दौरान जोशी ने कई जल विभाग की योजनाओं में बड़ी खामी भी सरकार को गिना दी.

प्रश्नकाल में इस बार स्पीकर सीपी जोशी ने भी पूछ लिया मंत्री से अपना सवाल
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Published : Jul 18, 2019, 5:41 PM IST

जयपुर. राजस्थान विधानसभा में मूल प्रश्न कर्ता के अलावा अन्य विधायकों द्वारा पूरक प्रश्न पूछे जाने की व्यवस्था समाप्त कर दी गई है. यह नई व्यवस्था दी है स्पीकर सीपी जोशी ने. लेकिन गुरुवार को इसी व्यवस्था के उलट खुद सीपी जोशी मंत्री से प्रश्नकाल में सवाल पूछते नजर आए.

सवाल जहाजपुर विधानसभा क्षेत्र में चंबल योजना के अंतर्गत लाभान्वित गांव का था. लेकिन, मंत्री के जवाब के दौरान ही आसन पर मौजूद स्पीकर सीपी जोशी ने कहा कि उनका भी एक सवाल है. जोशी ने कहा पेयजल विभाग जब भी कोई योजना बनाता है तो उस क्षेत्र की आबादी को आधार बनाकर योजना बनाई जाती है. लेकिन जब पेयजल वितरण होता है तो योजना का लाभ वहां की दो तिहाई आबादी को नहीं मिल पाता, जो विभाग की योजना की बड़ी खामी है. जोशी ने इस दौरान खुद के अनुभव के आधार पर भीलवाड़ा और बागरी का नाका क्षेत्र की योजनाओं का भी जिक्र किया.

प्रश्नकाल में इस बार स्पीकर सीपी जोशी ने भी पूछ लिया मंत्री से अपना सवाल

स्पीकर जोशी ने सदन में मौजूद जलदाय मंत्री बीडी कल्ला को ये भी कहा कि ये कमी सुधारने के लिए विभाग की एक स्पष्ट नीति भी बनाए. ताकि जो योजना क्षेत्र की आबादी के अनुसार बनती है. उसका फायदा वहा की सम्पूर्ण आबादी को मिल सकें. विधान सभा स्पीकर द्वारा प्रश्न काल में पूछे जाने का यह मामला इस सत्र में पहली बार हुआ है. लेकिन खास बात यह है कि जब खुद स्पीकर सीपी जोशी द्वारा प्रश्नकाल में मूल प्रश्नकर्ता द्वारा पूरक सवाल पूछने की व्यवस्था बंद कर दी गई है. लेकिन उन्होंने गुरुवार को अपनी भी दी गई व्यवस्था को तोड़ दी जो चर्चा का विषय भी बना हुआ है.

जयपुर. राजस्थान विधानसभा में मूल प्रश्न कर्ता के अलावा अन्य विधायकों द्वारा पूरक प्रश्न पूछे जाने की व्यवस्था समाप्त कर दी गई है. यह नई व्यवस्था दी है स्पीकर सीपी जोशी ने. लेकिन गुरुवार को इसी व्यवस्था के उलट खुद सीपी जोशी मंत्री से प्रश्नकाल में सवाल पूछते नजर आए.

सवाल जहाजपुर विधानसभा क्षेत्र में चंबल योजना के अंतर्गत लाभान्वित गांव का था. लेकिन, मंत्री के जवाब के दौरान ही आसन पर मौजूद स्पीकर सीपी जोशी ने कहा कि उनका भी एक सवाल है. जोशी ने कहा पेयजल विभाग जब भी कोई योजना बनाता है तो उस क्षेत्र की आबादी को आधार बनाकर योजना बनाई जाती है. लेकिन जब पेयजल वितरण होता है तो योजना का लाभ वहां की दो तिहाई आबादी को नहीं मिल पाता, जो विभाग की योजना की बड़ी खामी है. जोशी ने इस दौरान खुद के अनुभव के आधार पर भीलवाड़ा और बागरी का नाका क्षेत्र की योजनाओं का भी जिक्र किया.

प्रश्नकाल में इस बार स्पीकर सीपी जोशी ने भी पूछ लिया मंत्री से अपना सवाल

स्पीकर जोशी ने सदन में मौजूद जलदाय मंत्री बीडी कल्ला को ये भी कहा कि ये कमी सुधारने के लिए विभाग की एक स्पष्ट नीति भी बनाए. ताकि जो योजना क्षेत्र की आबादी के अनुसार बनती है. उसका फायदा वहा की सम्पूर्ण आबादी को मिल सकें. विधान सभा स्पीकर द्वारा प्रश्न काल में पूछे जाने का यह मामला इस सत्र में पहली बार हुआ है. लेकिन खास बात यह है कि जब खुद स्पीकर सीपी जोशी द्वारा प्रश्नकाल में मूल प्रश्नकर्ता द्वारा पूरक सवाल पूछने की व्यवस्था बंद कर दी गई है. लेकिन उन्होंने गुरुवार को अपनी भी दी गई व्यवस्था को तोड़ दी जो चर्चा का विषय भी बना हुआ है.

Intro:ओर...प्रश्नकाल में स्पीकर नहीं पूछ लिया पूरा प्रश्न

प्रश्नकाल में इस बार स्पीकर सीपी जोशी ने भी पूछ लिया मंत्री से अपने सवाल का जवाब

आसन पर बैठकर स्पीकर ने सरकार में मंत्री को पेयजल विभाग की बता दी बड़ी खामी

जयपुर (इंट्रो)
विधानसभा के प्रश्न काल में अमूमन विधायक मंत्री से सवाल पूछते हैं और आसन उस पर व्यवस्था देता है लेकिन गुरुवार को राजस्थान विधानसभा के प्रश्न काल में स्पीकर सीपी जोशी भी आम विधायक की तरह मंत्री से सवाल पूरक पूछते नजर आए। इस दौरान जोशी ने कई जल विभाग की योजनाओं में बड़ी खामी भी सरकार को गिना दी।

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विधानसभा में मूल प्रश्न कर्ता के अलावा अन्य विधायकों द्वारा पूरक प्रश्न पूछे जाने की व्यवस्था समाप्त कर दी गई है। यह नई व्यवस्था दी है स्पीकर सीपी जोशी लेकिन गुरुवार को इसी व्यवस्था के उलट खुद सीपी जोशी मंत्री से प्रश्नकाल में सवाल पूछते नजर आए। सवाल जहाजपुर विधानसभा क्षेत्र में चंबल योजना के अंतर्गत लाभान्वित गांव का था लेकिन मंत्री के जवाब के दौरान ही आसन पर मौजूद स्पीकर सीपी जोशी ने कहा कि उनका भी एक सवाल है। जोशी ने कहा पेयजल विभाग जब भी कोई योजना बनाता है तो उस क्षेत्र की आबादी को आधार बनाकर योजना बनाई जाती है लेकिन जब पेयजल वितरण होता है तो योजना का लाभ वहां की दो तिहाई आबादी को नहीं मिल पाता,जो विभाग की योजना की बड़ी खामी है।जोशी ने इस दौरान खुद के अनुभव के आधार पर भीलवाड़ा और बागरी का नाका क्षेत्र की योजनाओं का भी जिक्र किया।

बाईट- सीपी जोशी,विधानसभा अध्यक्ष

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जोशी ने सदन में मौजूद जलदाय मंत्री बीड़ी कल्ला को ये भी कहा कि ये खकमी सुधारने के लिए विभाग की एक स्पष्ट नीति भी बनाए ताकि जो योजना क्षेत्र की आबादी के अनुसार बनती है उसका फायदा वहा की सम्पूर्ण आबादी को मिल सके।

बाईट- सीपी जोशी,विधानसभा अध्यक्ष

(Vo3)
विधान सभा स्पीकर द्वारा पुत्र काल में पूछे जाने का यह मामला इस सत्र में पहली बार हुआ है लेकिन खास बात यह है कि जब खुद स्पीकर सीपी जोशी द्वारा प्रश्नकाल में मूल
प्रश्नकर्ता द्वारा पूरक सवाल पुछने की व्यवस्था बंद कर दी गई है लेकिन उन्होंने गुरुवार को अपनी भी दी गई व्यवस्था को तोड़ दी जो चर्चा का विषय भी बना हुआ है।

(Edited vo pkg_speekar ne pucha sawal)Conclusion:
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