जयपुर. राजस्थान विधानसभा में मूल प्रश्न कर्ता के अलावा अन्य विधायकों द्वारा पूरक प्रश्न पूछे जाने की व्यवस्था समाप्त कर दी गई है. यह नई व्यवस्था दी है स्पीकर सीपी जोशी ने. लेकिन गुरुवार को इसी व्यवस्था के उलट खुद सीपी जोशी मंत्री से प्रश्नकाल में सवाल पूछते नजर आए.
सवाल जहाजपुर विधानसभा क्षेत्र में चंबल योजना के अंतर्गत लाभान्वित गांव का था. लेकिन, मंत्री के जवाब के दौरान ही आसन पर मौजूद स्पीकर सीपी जोशी ने कहा कि उनका भी एक सवाल है. जोशी ने कहा पेयजल विभाग जब भी कोई योजना बनाता है तो उस क्षेत्र की आबादी को आधार बनाकर योजना बनाई जाती है. लेकिन जब पेयजल वितरण होता है तो योजना का लाभ वहां की दो तिहाई आबादी को नहीं मिल पाता, जो विभाग की योजना की बड़ी खामी है. जोशी ने इस दौरान खुद के अनुभव के आधार पर भीलवाड़ा और बागरी का नाका क्षेत्र की योजनाओं का भी जिक्र किया.
स्पीकर जोशी ने सदन में मौजूद जलदाय मंत्री बीडी कल्ला को ये भी कहा कि ये कमी सुधारने के लिए विभाग की एक स्पष्ट नीति भी बनाए. ताकि जो योजना क्षेत्र की आबादी के अनुसार बनती है. उसका फायदा वहा की सम्पूर्ण आबादी को मिल सकें. विधान सभा स्पीकर द्वारा प्रश्न काल में पूछे जाने का यह मामला इस सत्र में पहली बार हुआ है. लेकिन खास बात यह है कि जब खुद स्पीकर सीपी जोशी द्वारा प्रश्नकाल में मूल प्रश्नकर्ता द्वारा पूरक सवाल पूछने की व्यवस्था बंद कर दी गई है. लेकिन उन्होंने गुरुवार को अपनी भी दी गई व्यवस्था को तोड़ दी जो चर्चा का विषय भी बना हुआ है.