जयपुर. परकोटे में बनी तालकटोरा झील अब पहले से बेहतर और स्मार्ट बनेगी. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत तालकटोरा झील के जीर्णोद्धार और विकास के लिए 25 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं. इस संबंध में पर्यटन और पुरातत्व विभाग के साथ चर्चा के बाद इसके जीर्णोद्धार का काम शुरू कर दिया जाएगा. करीब 6 महीने में ही यहां वॉक वे और वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाकर इसका कायाकल्प हो जाएगा.
शहर के परकोटे में स्थित तालकटोरा झील के जीर्णोद्धार का जिम्मा स्मार्ट सिटी लिमिटेड उठाने जा रहा है. तालकटोरा विकास परियोजना के तहत इस झील के विकास और पब्लिक स्पेस बनाने के लिए 25 करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं. स्मार्ट सिटी लिमिटेड की ओर से इसका सर्वे भी करा दिया गया है. साथ ही डिटेल रिपोर्ट तैयार कर ली गई है. हालांकि हाल ही में परकोटे को वर्ल्ड हेरिटेज सूची में शामिल करने के बाद अब पर्यटन और पुरातत्व विभाग के साथ दोबारा इस प्रोजेक्ट का रिव्यू किया जाएगा. ताकि ऐसा निर्माण ना हो जिससे हेरिटेज लुक पर असर पड़े.
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इस संबंध में स्मार्ट सिटी लिमिटेड सीईओ आलोक रंजन ने बताया कि तालकटोरा झील के विकास प्रोजेक्ट का रिएसेसमेंट कराया जा रहा है. इसमें 20 दिन का समय और लगेगा. इसके बाद महीने भर में इस प्रोजेक्ट को लांच कर दिया जाएगा. यहां गंदे पानी के सोर्स को साफ करने के लिये एसटीपी लगाए जाएंगे. वहीं वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, पैदल चलने के लिए स्पेस, लाइटिंग और डेकोरेशन की व्यवस्था की जाएगी. ताकि लोग शाम को आकर यहां बैठ सकें. उन्होंने इस प्रोजेक्ट के शुरू होने के बाद 6 महीने में काम पूरा हो जाने का दावा भी किया.
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शहर की विरासत में शामिल तालकटोरा कुछ साल पहले सूख गई थी. जिसे गंदे पानी के सोर्स से दोबारा भर तो दिया गया. लेकिन इसकी पुरानी छवि को लौटाया नहीं जा सका. ऐसे में अब स्मार्ट सिटी के प्लान में शामिल होने के बाद तालकटोरा झील की शोभा लौटने का इंतजार हर शहरवासी को रहेगा.