जयपुर. भाजपा विधायकों के भीतर चल रही खींचतान के बीच गुलाबचंद कटारिया को नेता प्रतिपक्ष पद के साथ जनलेखा समिति अध्यक्ष बनाए जाने पर सियासी घमासान शुरू हो गया है. इसे लेकर निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने बड़ा बयान दिया है.
लोढ़ा ने कहा कि भाजपा ने कटारिया की योग्यता पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर, एक शर्मनाक कृत्य किया है. संयम लोढ़ा ने विधानसभा के बाहर पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह बात कही. संयम लोढ़ा ने कहा, मैं स्वयं राजस्थान विधानसभा की जन लेखा समिति में उनके साथ हूं. गुलाबचंद कटारिया उस समिति के अध्यक्ष है, लेकिन मुझे इस बात का दुख है कि उनके समिति अध्यक्ष होने पर भी भाजपा ने ही सवाल खड़े किए हैं.
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संयम लोढ़ा ने कहा वह बहुत मेहनत से पूरा पढ़कर बड़ी गंभीरता के साथ जन लेखा समिति चला रहे हैं. राजस्थान विधानसभा में जितने भी समितियां चल रही है, उसमें सबसे अच्छी समिति यदि कोई चल रही है तो वह है जन लेखा समिति. विधानसभा का रिकॉर्ड भी यही कहता है.
गौरतलब है कि बुधवार को बीजेपी विधायक दल की बैठक में वरिष्ठ विधायक कैलाश मेघवाल ने नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि वो नेता प्रतिपक्ष भी है और उसके साथ में जन लेखा समिति के अध्यक्ष भी है. क्या भाजपा में अन्य कोई वरिष्ठ विधायक जन लेखा समिति का अध्यक्ष नहीं बन सकता था. कैलाश मेघवाल और कटारिया के बीच बीजेपी विधायक दल की बैठक के दौरान तीखी नोकझोंक भी हुई थी.