जयपुर. कोरोना काल का जयपुर शहर के पर्यटन पर खासा बुरा प्रभाव पड़ा है. आमेर कस्बे में हाथी पालने वाले महावतों की आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो चली है. ऐसे में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने रविवार को सीएम अशोक गहलोत को पत्र लिखकर आमेर महल में हाथी सवारी वापस शुरू करवाने की मांग की है. साथ ही हाथी महावतों की समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित किया है.
सतीश पूनिया ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के कारण जयपुर जिले के महावतों के सामने संकट उत्पन्न हो गया है, जिसके चलते पिछले 9 महीने से आमेर महल और हाथी गांव में हाथी सवारी नहीं हो सकी है. इसके कारण इन महावतों की आय बुरी तरह प्रभावित हुई है और इनके सामने जीवन यापन की समस्या खड़ी हो चुकी है.
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पूनिया ने पत्र में लिखा कि हाथी सवारी बंद होने से हाथियों की पाचन क्षमता भी कमजोर हुई है और इसके कारण लॉकडाउन के दौरान 4 हाथियों की मौत भी हो चुकी है. हाथियों के खानपान और दवाइयों के साथ-साथ परिवार को पालना इन महावतों के लिए मुश्किल हो गया है क्योंकि हाथी कल्याण कोष से प्रतिदिन 600 रुपए प्रति हाथी उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जो मौजूदा परिस्थितियों में नाकाफी है और प्रतिदिन प्रति हाथी पर खर्च की राशि लगभग ₹3000 से ज्यादा है.
सतीश पूनिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से आग्रह किया कि मौजूदा परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए आमेर महल और हाथी गांव में हाथी सवारी वापस प्रारंभ करवाए जाने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान करें, जिससे कोरोना के इस काल में इन महावतों को राहत पहुंचाई जा सके.