जयपुर. भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एपी अब्दुल्ला कुट्टी के सचिन पायलट के भाजपा में जल्द शामिल होने से जुड़े बयान पर सियासत काफी भड़क चुकी है. इस बीच भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने साफ किया है कि कुट्टी का बयान पार्टी का अधिकृत रणनीतिक बयान नहीं था.
पढ़ेंः गांधी परिवार के बाद सबसे ज्यादा डिमांड पायलट की, गहलोत की लोकप्रियता को लेकर वेद सोलंकी क्या बोले
पायलट के भाजपा में आने की कवायद से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि हमने ना तो अभी तक किसी को पीले चावल दिए हैं, लेकिन जो हमारे लिए आता है हम दरवाजा खिड़की रोशनदान खोलकर सब तरीके से उसका स्वागत करते हैं.
सोमवार को भाजपा प्रदेश मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत के दौरान सतीश पूनिया ने मीडिया के सवाल पर यह बात कही. पूनिया ने कहा की कुट्टी ने यह बयान किस संबंध में दिया, उनके पास क्या जानकारी थी इसके बारे में तो वो कुछ नहीं कह सकते, लेकिन उनके बयान के पीछे की पृष्ठभूमि समझ में आती है कि कांग्रेस पार्टी इतिहास के सबसे बुरे दौर से गुजर रही है.
पूनिया ने कहा की कांग्रेस के भीतर जो अंतर कलह है उसके लिए कांग्रेस आलाकमान ने सर पटक लिया. माकन जी को भेज दिया, वेणुगोपाल को भेज दिया, शैलजा कुमारी को भेज दिया और भी कई नेताओं को भेज दिया, लेकिन कोई फार्मूला ढाई साल में अब तक नहीं निकल कर आ पाया. इसलिए अब्दुल्ला कुट्टी का जो बयान था वो कांग्रेस के अंतर कलह की ओर ही इशारा करने वाला था.
पढ़ेंः पायलट के भाजपा में शामिल होने के बयान पर सियासत में उबाल, हेमाराम चौधरी और मुकेश भाकर ने कही ये बात
गौरतलब है कि रविवार को भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एपी अब्दुल्ला कुट्टी बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में शामिल होने आए थे. इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में सचिन पायलट के जल्द ही भाजपा में शामिल होने से जुड़ा बयान भी पत्रकारों को दिया था. जिसके बाद सियासी गलियारों में इस मसले को लेकर बड़ा सियासी विवाद खड़ा हो गया था और कांग्रेस से जुड़े नेताओं ने कुट्टी के बयान को मनगढ़ंत बताते हुए भाजपा से माफी की मांग भी की थी.