जयपुर. कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे किसानों ने अब अपने आंदोलन को नई धार देने की कवायद शुरू कर दी है. इसी क्रम में किसान नेता जगह-जगह घूमकर किसान महापंचायत के बहाने किसानों को एकजुट करने का प्रयास कर रहे हैं. वहीं, संयुक्त किसान मोर्चा ने 26 मार्च को एक बार फिर भारत बंद का आह्वान किया है. इससे पहले बीते साल 8 दिसंबर को आंदोलनकारी किसानों ने भारत बंद का आह्वान किया था. हालांकि, तब राजस्थान में बंद का कोई खास असर नहीं दिखा था.
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26 मार्च को सिर्फ हवा और घड़ी की सुइयां चलनी चाहिए
जयपुर में किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए कॉमरेड अमराराम ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा ने 26 मार्च को संपूर्ण भारत बंद का आह्वान किया है. इसलिए 26 मार्च को सुबह से लेकर शाम तक केवल हवा और घड़ी की सुइयां चलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि संपूर्ण बंद को सफल बनाने की शपथ लेनी है. किसान 26 मार्च को जयपुर से लेकर दिल्ली तक सब कुछ ठप करने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि रबी की फसल की कटाई के बाद जब किसान फ्री होंगे तब इस आंदोलन को ज्यादा मजबूत किया जाएगा.
50 लाख किसानों को दिल्ली कूच कराने की तैयारी
वहीं, किसान नेता युद्धवीर सिंह ने मंच से आह्वान किया कि 26 मार्च को संपूर्ण भारत बंद को सफल बनाने में पूरा योगदान दिया जाना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली की बॉर्डर पर बैठे किसान सरकार को दिखाई नहीं दे रहे हैं. इसलिए अब दिल्ली में लाखों किसानों का महापड़ाव डालने की रणनीति बनाई जा रही है. उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि जब संयुक्त किसान मोर्चे के संदेश मिले. तब किसानों को हर हाल में दिल्ली पहुंचने के लिए तैयार रहना होगा. उन्होंने यह भी दावा किया कि इस बार कम से कम 50 लाख किसानों के साथ दिल्ली कूच करने की रणनीति तैयार की जा रही है.