जयपुर. देश हो या प्रदेश अब आर्थिक स्थिति (Economic Condition) से उबरने के लिए Lockdown में छूट दे रहे हैं. लेकिन आर्थिक हालात सुधारने के लिए दी गई छूट के बाद अब Corona के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं, जो सरकारों के लिए चिंता का सबब बनी हुई है. ऐसे में लोगों को Social Distancing और Mask का इस्तेमाल करने के मैसेज के साथ आज यानि मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व डिप्टी सीएम सचिन पायलट प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में मास्क के साथ ही फेस शील्ड भी चेहरे पर लगाकर पहुंचे.
इस दौरान पायलट ने कहा कि राजस्थान समेत कई राज्यों ने शहरों में लॉकडाउन को खोला है. बाजारों, होटलों और रेस्टोरेंट में छूट दी गई है, लेकिन आने वाला समय लोगों के लिए ज्यादा जिम्मेदारी दिखाने का समय है. पायलट ने कहा कि अब तक सरकार या प्रशासनिक अधिकारी इस बीमारी से बचाव के लिए प्रोटोकॉल बना रहे थे और सोशल डिस्टेंसिंग के लिए नए-नए मापदंड तय किए गए थे. लेकिन अब जब छूट मिलना शुरू हो गई है तो इस वायरस का संक्रमण भी बढ़ रहा है. ऐसे में अब इस संक्रमण को रोकने का दायित्व देश और प्रदेश की जनता और नागरिकों का है कि सोशल डिस्टेंस और सेफ्टी के एहतियात (Precaution) लेते हुए इससे बचा जा सके.
पायलट ने कहा कि इन स्थानों को खोलने का मतलब छूट नहीं मानी जानी चाहिए और लोगों को पता होना चाहिए कि अभी तक इस रोग का इलाज नहीं है. ऐसे में सबको एहतियात बरतने की बात करते हुए कहा कि आने वाले कुछ हफ्तों में अगर हमें कोरोना संक्रमण से मुकाबला करना है तो एहतियात के साथ ही उचित दूरी रखने, मास्क लगाने और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने की आदत डालनी होगी.
पायलट ने कहा कि कोरोना संक्रमण के समय प्रदेश कांग्रेस की ओर से अलग-अलग जिलों में एक करोड़ 33 लाख 25 हजार परिवारों को फूड पैकेट दिए गए. वहीं, 30 लाख परिवारों को ड्राई राशन (सूखी सामग्री) और 37 लाख 56 हजार लोगों को मेडिकल किट उपलब्ध करवाए गए. श्रमिकों के मुद्दे पर हुई राजनीति को लेकर उन्होंने कहा कि राजस्थान में पहले से ही श्रमिक बसें सरकार की ओर से चलाई गई, जिसका बेहतर परिणाम मिला. लेकिन अगर केंद्र सरकार की ओर से राष्ट्रव्यापी नीति बना ली जाती तो इतना नुकसान इन श्रमिकों को नहीं उठाना पड़ता.
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पायलट ने कहा कि राजस्थान में मनरेगा के माध्यम से 50 लाख लोग रोजगार पा रहे हैं, जिनमें से 12 लाख अप्रवासी हैं. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश भले ही क्षेत्रफल में राजस्थान से तीन गुना ज्यादा बड़ा हो. लेकिन मनरेगा में काम देने के मामले में राजस्थान देश में नंबर एक है.