जयपुर. राजधानी जयपुर सहित प्रदेश भर में कोविड-19 का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है और कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में रोजाना बढ़ोतरी हो रही है. संक्रमण रोकने के लिए राज्य सरकार की ओर से वीकेंड लॉकडाउन भी लगाया गया है. रविवार को वीकेंड लॉकडाउन का आखरी दिन है. इस वीकेंड लॉकडाउन का असर ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट पर भी देखने को मिला है. जयपुर सहित देशवासियों की लाइफ लाइन राजस्थान रोडवेज को कहा जाता है. लेकिन बीते 2 दिनों से राजस्थान रोडवेज में यात्रियों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है.
जयपुर के सिंधी कैंप बस स्टैंड से रोजाना 800 से 1000 बसों का संचालन होता है, लेकिन बीते दिन सिंधी कैंप बस स्टैंड पर यात्रियों की आवाजाही काफी हद तक कम रही और आदि बसों का संचालन सिंधी कैंप बस स्टैंड से हो सका. कोविड से पहले सिंधी कैंप बस स्टैंड से संचालित हो रही बसों से रोजाना करीब 30 लाख रुपए तक की आय भी सरकार को प्राप्त हो रही थी, लेकिन प्रदेश में कोरोना संक्रमण को देखते हुए अब रोडवेज की आय में गिरावट भी हुई है. राज्य सरकार की ओर से लगाए गए वीकेंड लॉकडाउन के पहले सिंधी कैंप बस स्टैंड की बात की जाए तो शनिवार को बस स्टैंड को 13 लाख रुपए की आय हुई. जो कि रोडवेज के लिए एक घाटा भी है.
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बस स्टैंड से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राज्य सरकार के द्वारा जिस तरीके से वीकेंड लॉकडाउन लगाया गया है. और आने वाले दिनों के अंतर्गत लॉकडाउन को लेकर जिस तरह की चर्चा अब बाजार में तेज हो रही है. उसके बाद रविवार दोपहर के बाद से सिंधी कैंप बस स्टैंड से यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. अब बड़ी संख्या में मजदूर सिंधी कैंप बस स्टैंड का रुख कर रहे हैं और वहां से बसों के माध्यम से अपने घरों की ओर भी जा रहे हैं.
ऐसे में एक बार फिर रोडवेज के सिंधी कैंप बस स्टैंड पर यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी भी होने लगी है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के द्वारा आज कैबिनेट की मीटिंग भी बुलाई गई है. और इसके साथ ही आज शाम तक एक बड़ा फैसला आने की उम्मीद भी जताई जा रही है, जिसके बाद लोग ज्यादा से ज्यादा अब सिंधी कैंप का रुख कर रहे हैं और अपने घरों की और पलायन भी कर रहे हैं.