जयपुर. राजनेताओं के बीच विकास कार्यों के लोकार्पण और शिलान्यास को लेकर खींचतान लगातार जारी है. सांगानेर इलाके में रविवार को कुछ ऐसा ही घटनाक्रम हुआ जब पीडब्ल्यूडी की ओर से बनाए जाने वाली सड़क के उद्घाटन करने के दौरान भाजपा और कांग्रेस कार्यकता आमने-सामने (Congress and BJP workers clashed in jaipur) हो गए. इस घटनाक्रम से नाराज स्थानीय भाजपा विधायक अशोक लाहोटी ने खुद को पुराना हिस्ट्रीशीटर (Ashok Lahoti calls himself old history sheeter) बताते हुए सरकार को बड़ी चेतावनी दे डाली.
कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हुई तनातनी के बाद जन समुदाय और भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए विधायक अशोक लोहाटी कांग्रेस सरकार पर भड़क गए. उन्होंने यह तक कह दिया कि हम तो पुराने हिस्ट्रीशीटर रहे हैं और 20 मुकदमे भी लग चुके हैं. हम मुकदमे की परवाह नहीं करते लेकिन भविष्य में कोई मंत्री सांगानेर क्षेत्र में लोकार्पण या शिलान्यास करने आया तो उससे पहले हम यह काम कर देंगे.
विधायक अशोक लाहोटी उनके क्षेत्र में होने वाले विकास कार्यों के लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रमों में कांग्रेस के प्रत्याशी रहे पुष्पेंद्र भारद्वाज के हस्तक्षेप से नाराज थे. रविवार को सांगानेर के मुहाना मंडी को जोड़ने वाली सड़क और आसपास की सड़कों के निर्माण कार्य का शुभारंभ होना था जिसके लिए विधायक लाहोटी और भाजपा कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम तय कर लिया था लेकिन उसके पहले ही कांग्रेस नेता यहां लोकार्पण के लिए आ गए जिससे विवाद खड़ा हो गया.
लाहोटी ने इस घटना को निंदनीय बताया और कहा कि जो परंपरा कांग्रेस ने शुरू की है उसका खामियाजा उसी को भुगतना होगा. विधायक का यह भी कहना था कि उनके क्षेत्र में खस्ताहाल पड़ी सड़कों का मामला कई बार उन्होंने विधानसभा में उठाया और उनके प्रयासों के बाद ही सरकार ने यहां काम शुरू करवाया लेकिन जनता के बीच श्रेय लेने की कोशिश कांग्रेस के हारे हुए प्रत्याशी कर रहे है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
कांग्रेस नेता पुष्पेंद्र भारद्वाज ने नकारे आरोप
उधर, सांगानेर से कांग्रेस प्रत्याशी रहे पुष्पेंद्र भारद्वाज ने भाजपा नेताओं के लगाए सभी आरोपों को सिरे से नकार दिया है. भारद्वाज ने कहा कि सांगानेर क्षेत्र में जो भी विकास के कार्य हो रहे हैं वो कांग्रेस की सरकार करवा रही है और इसके लिए वे लगातार प्रयासरत हैं. भारद्वाज की मानें तो विकास कार्यों की शुरुआत करवाने वे यहां आए थे, लेकिन भाजपा से जुड़े कार्यकर्ता और नेताओं ने इस दौरान बदसलूकी की.