जयपुर. केंद्रीय कृषि कानूनों का किसान पिछले लंबे समय से विरोध कर रहे हैं. किसान नेता कृषि कानूनों के विरोध में अलग-अलग राज्यों में जाकर किसान महापंचायत कर रहे हैं. मंगलवार को टिकैत ने जयपुर में महापंचायत को संबोधित किया. उन्होंने किसानों से कहा कि अगर सरकार कानून वापस नहीं लेती है तो संसद में अपनी उपज बेचेंगे. राकेश टिकैत महापंचायत को संबोधित करने के बाद राजा पार्क स्थित गुरुद्वारे पहुंचे. जहां उन्होंने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
देश के कोने-कोने में जाकर किसानों को जागरूक करेंगे
राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक केंद्र सरकार कृषि कानूनों को वापस नहीं ले लेती तब तक किसानों का धरना और विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि जयपुर में आयोजित किसान महांपचायत सफल हुई है. और आने वाले दिनों में देश के कोने-कोने में जाकर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का जागरूक किया जाएगा. उन्हें एमएसपी पर अपनी फसल बेचने के लिए सरकार पर कानून बनाने के लिए दवाब बनवाएंगे और देश में जगह-जगह किसान आंदोलन खड़ें होंगे.
कोरोना गाइडलाइन का पालन करेंगे
पिछले काफी समय से किसान आंदोलन कर रहे हैं. लेकिन सरकार उनकी मांगों को मानने को तैयार नहीं हैं. ऐसे में यह आंदोलन कब तक चलेगा इसको लेकर टिकैत ने कहा कि यह आंदोलन लंबा चलने वाला है. दिसंबर तक आंदोलन चलेगा तभी जाकर सरकार बातचीत के लिए तैयार होगी.वहीं कोरोना के फिर से बढ़ते केसों को लेकर जब टिकैत से सवाल पूछा गया कि इसको लेकर आपकी क्या रणनीति रहेगी तो उन्होंने कहा कि सरकार की जो भी गाइडलाइन होगी उसका वो पालन करेंगे.
महापंचायत में मोदी को घेरा
राकेश टिकैत ने किसान महापंचायत में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि किसान अपनी फसल को कहीं भी बेच सकता है. इसलिए अब किसान अपनी फसल को कहीं पर भी बेचकर दिखाएगा. अब किसान अपनी फसल को मंडी के बाहर बेचकर दिखाएंगे. कलेक्ट्रेट, विधानसभा और संसद पर अपनी फसल को बेचकर दिखाएंगे. उन्होंने कहा कि संसद से बड़ी कोई मंडी नहीं हो सकती है. साढ़े तीन लाख ट्रैक्टर पहले दिल्ली गए थे. अब एक बार फिर किसान दिल्ली में ट्रैक्टर ले जाकर अपनी ताकत दिखाएंगे.