जयपुर. राज्यसभा चुनाव से पहले एक बार फिर से प्रदेश में विधायक खरीद-फरोख्त की सुगबुगाहट होने लगी है. जिसे लेकर रविवार को राजस्थान सरकार के मुख्य सचेतक महेश जोशी एसीबी मुख्यालय पहुंचे. डीजी एसीबी बीएल सोनी से मुलाकात की और एक परिवाद दर्ज (filed complaint alleging horse trading) करवाया.
महेश जोशी ने बताया कि सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों से लगातार यह आशंका व्यक्त की जा रही है कि राज्यसभा के चुनाव में धनबल का भारी प्रयोग किया जा रहा है. राज्यसभा चुनाव को अनुचित तरीकों से प्रभावित करने का प्रयास किया जा रहा है, जिसे लेकर एसीबी को सचेत किया गया है और साथ ही ऐसे लोगों पर निगरानी रखने के लिए कहा गया है. महेश जोशी का कहना है कि भ्रष्ट तरीके से या अनुचित रुप से पैसों का लेनदेन करना अपराध की श्रेणी में आता है, जिसे लेकर एसीबी को परिवाद दिया गया है.
निर्दलीय उम्मीदवार के पास हॉर्स ट्रेडिंग से विधायकों के आने की संभावना: महेश जोशी ने कहा कि पूर्व में भाजपा पर हॉर्स ट्रेडिंग के आरोप लग चुके हैं और अब राजस्थान में राज्यसभा चुनाव में एक निर्दलीय उम्मीदवार खड़ा हुआ है, जिसके पास विधायक हॉर्स ट्रेडिंग के जरिए ही आ सकते हैं. उन्होंने राज्यसभा चुनाव को प्रभावित करने और विधायकों की खरीद-फरोख्त करने के आरोप लगाए हैं. महेश जोशी ने एसीबी को हॉर्स ट्रेडिंग के संबंध में कानूनी रूप से प्रारंभिक जांच शुरू करने और भ्रष्टाचार को रोकने को लेकर परिवाद दिया है.
परिवाद दर्ज कर की जा रही जांच: एसीबी डीजी बीएल सोनी ने बताया कि सरकार के मुख्य सचेतक महेश जोशी की तरफ से जो परिवाद दिया गया है. उसे दर्ज करने के बाद एसीबी ने अपनी तमाम यूनिट को अलर्ट किया है. साथ ही विधायक खरीद-फरोख्त जैसे प्रकरण पर कड़ी निगरानी रखने के लिए कहा गया है. प्रदेश में राज्यसभा चुनाव की गरिमा बनी रहे और उसमें किसी भी तरह का कोई भ्रष्टाचार ना हो इस पर एसीबी का पूरा फोकस है, जिसे लेकर एसीबी पूरी तरह से अलर्ट है. महेश जोशी की ओर से दिए गए परिवाद में किसी भी व्यक्ति या पार्टी के नाम का जिक्र नहीं किया गया है. एसीबी अपने स्तर पर पूरी तरह से सतर्क है और हर चीज पर अपनी पैनी नजर बनाए हुए हैं.