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SOG ने जाली नोट छापने वाले गिरोह का किया पर्दाफाश, 2 आरोपी के साथ 5 लाख 80 हजार से अधिक की जाली मुद्रा बरामद - Rajasthan's latest Hindi news

राजस्थान एसओजी (Rajasthan SOG) ने कार्रवाई करते हुए जाली मुद्रा छापने (Fake Currency) वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. फिलहाल, दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी है, जिसमें कई चौंकाने वाले खुलासे होने की संभावना है.

SOG busted the gang printing fake notes, जाली नोट छापने वाले गिरोह का पर्दाफाश
जाली नोट छापने वाले गिरोह का पर्दाफाश
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Published : Jul 14, 2021, 12:37 PM IST

Updated : Jul 14, 2021, 1:08 PM IST

जयपुर. राजस्थान एसओजी (Rajasthan SOG) ने जाली मुद्रा (Fake currency) छापने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है. एसओजी (SOG) ने आरोपियों के कब्जे से 5 लाख 80 हजार 900 रुपए की भारतीय जाली मुद्रा (Indian counterfeit notes) बरामद की है.

एसओजी को यह सूचना मिली थी की राजधानी जयपुर के बाहरी इलाकों में नकली मुद्रा छापने वाला एक गिरोह सक्रिय है. जिस पर एसओजी की टीम ने प्रतापनगर, सीतापुरा, सिरौली, गोनेर और पदमपुरा में अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया. इस दौरान गोनेर रोड स्थित पदमपुरा महिमा कोपाल आवासी योजना में दबिश की कार्रवाई के दौरान जाली मुद्रा छापने वाले दो शातिर बदमाश एसओजी के हत्थे चढ़े.

एसओजी ने कार्रवाई करते हुए मध्य प्रदेश के ग्वालियर निवासी बृजेश मौर्य और जयपुर के नाहरगढ़ रोड निवासी प्रथम शर्मा को गिरफ्तार किया है. एसओजी ने आरोपियों के कब्जे से 500 और 200 रुपए की जाली मुद्रा, आधे छपे नोट, कलर प्रिंटर, स्केनर, लैमिनेटर, नोट छापने के कागज और अन्य उपकरण बरामद किए हैं.

पढ़ेंः गहलोत-पायलट कैंप के बीच खींचतान में उलझे गोविंद डोटासरा का बतौर अध्यक्ष 1 साल पूरा, इन चुनौतियों का नहीं मिला तोड़...

दोनों ही आरोपी कोपल आवासी योजना के विला नंबर 51 में जाली भारतीय मुद्रा छापने का कारखाना संचालित कर रहे थे. आरोपी जाली मुद्रा छापने में इतने एक्सपर्ट हैं कि असली नोट की तरह ही जाली नोट पर वाटर मार्क, आरबीआई थ्रेड और संख्या का अंकन करते हैं. दोनों ही आरोपी जाली भारतीय मुद्रा के सप्लायर हैं, जो प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर जाली मुद्रा सप्लाई करते हैं. फिलहाल दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी है, जिसमें कई चौकाने वाले खुलासे होने की संभावना है.

जयपुर. राजस्थान एसओजी (Rajasthan SOG) ने जाली मुद्रा (Fake currency) छापने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है. एसओजी (SOG) ने आरोपियों के कब्जे से 5 लाख 80 हजार 900 रुपए की भारतीय जाली मुद्रा (Indian counterfeit notes) बरामद की है.

एसओजी को यह सूचना मिली थी की राजधानी जयपुर के बाहरी इलाकों में नकली मुद्रा छापने वाला एक गिरोह सक्रिय है. जिस पर एसओजी की टीम ने प्रतापनगर, सीतापुरा, सिरौली, गोनेर और पदमपुरा में अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया. इस दौरान गोनेर रोड स्थित पदमपुरा महिमा कोपाल आवासी योजना में दबिश की कार्रवाई के दौरान जाली मुद्रा छापने वाले दो शातिर बदमाश एसओजी के हत्थे चढ़े.

एसओजी ने कार्रवाई करते हुए मध्य प्रदेश के ग्वालियर निवासी बृजेश मौर्य और जयपुर के नाहरगढ़ रोड निवासी प्रथम शर्मा को गिरफ्तार किया है. एसओजी ने आरोपियों के कब्जे से 500 और 200 रुपए की जाली मुद्रा, आधे छपे नोट, कलर प्रिंटर, स्केनर, लैमिनेटर, नोट छापने के कागज और अन्य उपकरण बरामद किए हैं.

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दोनों ही आरोपी कोपल आवासी योजना के विला नंबर 51 में जाली भारतीय मुद्रा छापने का कारखाना संचालित कर रहे थे. आरोपी जाली मुद्रा छापने में इतने एक्सपर्ट हैं कि असली नोट की तरह ही जाली नोट पर वाटर मार्क, आरबीआई थ्रेड और संख्या का अंकन करते हैं. दोनों ही आरोपी जाली भारतीय मुद्रा के सप्लायर हैं, जो प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर जाली मुद्रा सप्लाई करते हैं. फिलहाल दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी है, जिसमें कई चौकाने वाले खुलासे होने की संभावना है.

Last Updated : Jul 14, 2021, 1:08 PM IST
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