जयपुर. राजस्थान ओलंपिक संघ की नई कार्यकारिणी का गठन किया गया है. सभी पदों पर एक-एक नामांकन प्राप्त होने के चलते सभी पदों पर निर्विरोध पदाधिकारियों का निर्वाचन किया गया. साथ ही संघ की एजीएम की बैठक में नई कार्यकारिणी की घोषणा की गई. इसके तहत राजस्थान ओलंपिक संघ के अध्यक्ष पद पर एक बार फिर से जनार्दन सिंह गहलोत को वर्ष 2024 तक के लिए निर्विरोध चुना गया.
इसके अलावा चेयरमैन पद पर प्रमोद जादाम, महासचिव पद पर अरुण सारस्वत, सचिव पद पर रघुवेंद्र सिंह डूंडलोद, कोषाध्यक्ष पर राजेंद्र शेखर के अलावा 8 उपाध्यक्ष, 7 संयुक्त सचिव, 7 कार्यकारिणी सदस्य पदों पर निर्विरोध पदाधिकारियों के नाम की घोषणा की गई. पिछले 30 साल से अधिक समय से जनार्दन सिंह गहलोत राजस्थान ओलंपिक संघ के अध्यक्ष हैं और इस बार एक बार फिर उन्हें अध्यक्ष पद की कमान सौंपी गई है.
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इस मौके पर अध्यक्ष जनार्दन सिंह गहलोत ने कहा कि ओलंपिक में अभी भी देश पदक की दौड़ में काफी पीछे है. ऐसे में प्रदेश से बेहतर खिलाड़ी तैयार करना हमारा मकसद रहेगा, ताकि खेलों की दुनिया में राजस्थान एक अलग मुकाम बना सके. उन्होंने राज्य से जुड़े खेलों को लेकर कहा कि अन्य राज्यों के मुकाबले राजस्थान अभी भी खेलों के मामले में काफी पिछड़ा हुआ है.
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उन्होंने कहा कि हाल ही में सरकार की ओर से खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी का तोहफा देने का स्वागत भी राजस्थान ओलंपिक संघ की ओर से किया गया. इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव के समय कुछ खेल संघों ने नाराजगी व्यक्त की थी, लेकिन उसे दूर कर लिया गया है. इस दौरान खो-खो, हैंडबॉल और नेट बॉल संघ को एजीएम में मान्यता प्रदान की गई.