जयपुर. राज्यपाल कलराज मिश्र ने स्वामी विवेकानंद जयंती पर उन्हें श्रद्धा नमन करते हुए पुष्पांजलि अर्पित की. उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद की शिक्षाएं और आदर्श आज भी प्रासंगिक हैं. इन्हें आत्मसात कर जीवन को सफल किया जा सकता है. मिश्र ने राजभवन में उनके छायाचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहा कि 'उत्तिष्ठत जाग्रत प्राप्य वरान्निबोधत; का संदेश देने वाले स्वामी विवेकानंद ने ‘उठो, जागो’ का संदेश देकर करोड़ों युवाओं का मार्गदर्शन किया था. उन्होंने कहा कि उनकी जयंती इसीलिए राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनायी जाती है.
राज्यपाल ने स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं और योगदान का स्मरण करते हुए कहा कि सन् 1893 में स्वामीजी ने विश्व धर्म महासभा में सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व ही नहीं किया, बल्कि भारत और भारतीय संस्कृति का भी इसके जरिए सुदूर देशों में शंखनाद किया था.
उन्होंने कहा कि यह आश्चर्य की बात है कि स्वामी विवेकानंद ने मात्र 39 वर्ष की उम्र के कम समय में ही विश्व को हमारे देश के विश्वगुरू होने का संदेश अपने उद्बोधन और शिक्षाओं के जरिए व्यावहारिक रूप में प्रदान कर दिया था. उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद को हमारी सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि हम उनकी दी शिक्षाओं और आदर्शों को आत्मसात कर जीवन में अपनाएं.