जयपुर. गहलोत कैबिनेट के पुनर्गठन (Gehlot Cabinet Reorganization) के बाद शासन सचिवालय में चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा (Health Minister Parsadi Lal Meena) ने पदभार संभाल लिया है. इस मौके पर चिकित्सा मंत्री ने कोरोना नियंत्रण के लिए प्रदेश भर में सार्वजनिक स्थानों (मॉल, सिनेमा और सरकारी कार्यालयों) में आने वाले लोगों के लिए कोरोना टीकाकरण (Corona Vaccination) की दोनों डोज लेना अनिवार्य करने के संकेत दिए.
उन्होंने कहा है कि राजस्थान में वैक्सीनेशन के तहत 80 फीसदी से ज्यादा लोगों को पहली डोज लग चुकी है. लेकिन दूसरी डोज लेने वालों की तादाद काफी कम है. जिसके कारण कोरोना संक्रमण बढ़ने की आशंका बनी हुई है. ज्यादा से ज्यादा लोगों को जल्द से जल्द वैक्सीन (Corona vaccine) की दूसरी डोज लग जाए. इसके बाद सार्वजनिक स्थानों (Public Places) पर दोनों डोज लेने पर ही प्रवेश दिया जाएगा.
परसादी लाल मीणा (Parsadi Lal Meena) के पदभार ग्रहण करने के दौरान चिकित्सा सचिव वैभव गालरिया, आयुक्त चिकित्सा शिक्षा शिवांगी स्वर्णकार सहित विभागीय अधिकारी मौजूद रहे. इस दौरान बधाई देने वालों का तांता भी लगा रहा. वहीं, ईटीवी भारत से खास बातचीत में परसादी लाल मीणा ने कहा कि सरकारी योजनाओं और स्कीमों में फायदा लेने वाले लोगों को भी दूसरी डोज लेना अनिवार्य किया जाएगा. इसके लिए वो संबंधित विभागों को भी लिखेंगे, ताकि ज्यादा से ज्यादा दूसरी डोज लेने लोग आ सके और राजस्थान जल्द फुल वैक्सीनेट हो सके.
वहीं, बच्चों के वैक्सीनेशन और वयस्कों के बूस्टर डोस के संबंध में केंद्र सरकार को भी लिखने की बात कही है. उन्होंने प्रदेश भर के अस्पतालों में खराब पड़े उपकरणों, मशीनों को भी जल्द ठीक कराने या फिर इनकी जगह नई मशीनें लाने के निर्देश देने की बात कही है.
पढ़ें : राजस्थान को बिहार नहीं बनने दिया जाएगा, शराब पीनी है तो पीएं लेकिन सरकारी: परसादी लाल मीणा
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि लापरवाही मिलने पर स्कूल हॉस्टल संचालक पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि वे सभी जिला प्रशासन को भी निर्देश देंगे कि हॉस्टलों में आने वाले बच्चों की कोरोना जांच के साथ ही कोविड-19 प्रोटोकॉल (Covid-19 Protocol) के सभी नियम फॉलो कराए जाएं. ये सुनिश्चित होने पर ही उन्हें हॉस्टल शुरू करने की एनओसी दी जाए. उन्होंने कहा कि स्कूल खोलने का फैसला केंद्र सरकार का है. उन्हीं की गाइडलाइन को फॉलो किया जा रहा है.
बच्चों के कोरोना संक्रमित होने की रिपोर्ट तलब...
वहीं, स्कूली बच्चों के कारण आप रोज-डे आने के मामले में परसादी लाल मीणा ने कहा कि बीते दिन एक स्कूल के हॉस्टल में 12 बच्चे कोरोना संक्रमित मिले हैं. चिकित्सा मंत्री ने कहा कि चिकित्सा विभाग के अधिकारियों और जिला कलेक्टर एसडीएम को निर्देश दिए हैं कि इस मामले में पूरी जांच करके रिपोर्ट दें.
कोरोना के साथ-साथ डेंगू भी एक बड़ी चुनौती है. वर्तमान में प्रदेश में एसडीपी किट की किल्लत होना भी सामने आया है. इस पर परसादी लाल मीणा ने कहा कि मौसम बदलने के साथ अब डेंगू और दूसरी मौसमी बीमारियों के मरीजों की संख्या कम हुई है. जहां तक एसडीपी और दूसरी जांच किट की कमी की बात है, तो फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है. और ऐसी कोई शिकायत सामने नहीं आई है. दूसरे स्टेट के मुकाबले राजस्थान में डेंगू से मरने वालों की संख्या बहुत कम है.
स्वास्थ्य मंत्री ने राज्य में चिकित्सा सुविधाओं के आधारभूत ढांचे को मजबूत करने की कड़ी में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और सामुदायिक केंद्रों पर ज्यादा से ज्यादा निशुल्क जांचें और दवाएं उपलब्ध कराई जाने की बात कही है. साथ ही कहा कि आगामी दिनों में सभी सीएचसी और पीएचसी पर हर जरूरी चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी, ताकि ग्रामीणों को उपचार के लिए शहरों की ओर रूख नहीं करना पड़े.
लालसोट मॉडल को अपनाने की अपील...
मीणा ने कहा कि प्रदेश की लालसोट विधानसभा क्षेत्र (Lalsot Assembly Constituency) में विधायक कोटे से स्थानीय स्तर के प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर चिकित्सकीय उपकरण और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराकर उन्हें सुदृढ़ बनाया जा रहा है. इस मॉडल को प्रदेश भर के विधायकों से भी अपनाने की अपील की जाएगी. उन्होंने कहा कि विधायक कोटे से मिले बजट से यदि स्थानीय स्तर की स्वास्थ्य सेवाएं मजबूत होती हैं तो ये बेहतर विकल्प साबित हो सकता है.