जयपुर. बीते दिनों महारानी कॉलेज के बाहर मनचलों की ओर से छात्रा से छेड़छाड़ कर अश्लील हरकत करने की घटना के बाद से लगातार छात्राएं सुरक्षा की मांग कर रही हैं. जिसको लेकर छात्राओं ने महारानी कॉलेज परिसर में भी प्रदर्शन किया (demonstrated safety Maharani College girl students) था. कॉलेज प्रशासन से सुरक्षा की मांग को लेकर छात्राएं मंगलवार को राजस्थान विश्वविद्यालय पहुंची. जहां छात्राओं ने विश्वविद्यालय के मेन गेट को जाम किया. छात्राओं ने वीसी सचिवालय के बाहर प्रदर्शन किया.
बता दें बीते दिनों महारानी कॉलेज के बाहर एक कार सवार युवक ने बाहर खड़ी छात्रा के सामने अश्लील हरकतें की. जिसका छात्रा ने वीडियो बना लिया और महारानी कॉलेज प्रशासन को इस संबंध में तुरंत जानकारी भी दी. जिसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने यह कहकर बात को टाल दिया कि यह मामला विश्वविद्यालय के बाहर का है. जिसके विरोध में अगले दिन महारानी कॉलेज की छात्राओं ने प्रिंसिपल ऑफिस के बाहर नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया. इस मामले में छात्राओं ने पुलिस में शिकायत दर्ज की जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गाड़ी के नंबर के आधार पर आरोपी की तलाश कर गिरफ्तार किया. छात्राओं का आरोप है कि महारानी कॉलेज के बाहर हुई घटना के दौरान हमने रंगे हाथ जिस व्यक्ति को पकड़ा था. उसे पुलिस ने छोड़ दिया. जिसके बाद से आरोपी के वकील लगातार छात्राओं से समझौते की बात कर रहे हैं. इस मामले का विरोध करते हुए छात्राओं ने मंगलवार को वीसी सचिवालय के बाहर प्रदर्शन किया.
छात्राओं का आरोप कॉलेज प्रशासन घटनाओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करता: छात्राओं का कहना है कि इस तरह की घटनाएं पहले भी महारानी कॉलेज के बाहर हो चुकी है. लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन किसी तरह की कार्रवाई नहीं करता. ऐसे में अब हमारी मांग है कि छात्रों को पूरी तरीके से सुरक्षा मिल पाए और हमारी जो अन्य मांगे हैं उन पर भी विचार किया जाए. राजस्थान विश्वविद्यालय में मंगलवार को पहुंची छात्राओं ने विश्वविद्यालय की मेन रोड को जाम किया. साथ ही शैक्षणिक कार्यों का भी बहिष्कार करवाया. छात्र नेता कमल मोहनपुरिया ने बताया कि सरकार प्रदेश में लड़कियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी ले. गौरतलब है कि बीते दिनों महारानी कॉलेज में हुई घटना के बाद विरोध पूरे प्रदेश भर में देखने को मिला. महारानी विश्वविद्यालय में अध्ययन करने वाली छात्राओं ने इसको लेकर काफी विरोध भी दर्ज करवाया. छात्राओं का कहना है कि जल्द ही हमारी मांगों को नहीं माना गया तो फिर से धरने प्रदर्शन कर शैक्षणिक कार्यों का बहिष्कार किया जाएगा.