जयपुर. एक निजी होटल में शहीद राजा हसन खां मेवाती का 495 वां शहादत दिवस (Martyrdom Day of Raja Hasan Khan Mewati) मनाया गया. इस अवसर पर भारतीय इतिहास में राजा हसन खां मेवाती के योगदान पर एक विचार गोष्ठी आयोजित हुई. कार्यक्रम में ऐलान किया गया कि अल्पसंख्यक समुदाय के लोग शादी आदि अवसरों पर की जाने वाली फिजूल खर्च बंद करें. वह पैसा बच्चों की तालीम पर खर्च किया जाए, ताकि समाज तरक्की करें.
शहीद राजा हसन खां मेवाती फाउंडेशन की ओर से आयोजित कार्यक्रम में समाज की तरक्की को लेकर लोगों ने अपने विचार व्यक्त किए. उन्होंने कहा कि समाज में हो रही फिजूलखर्ची को बंद करना चाहिए. दहेज के लिए दिए जाने वाले पैसों को अपनी बच्चियों की तालीम पर खर्च करने की अपील की. कार्यक्रम के आयोजक हमीद खान मेवाती ने बताया कि राजा हसन खां मेवाती के मजार के पास अतिक्रमण हो रहा है. हम लोग मुख्यमंत्री से मांग करेंगे कि अतिक्रमण हटाया जाए. उन्होंने कहा कि राजा हसन खां ने अपने देश के लिए शहादत दी थी. वे 12,000 सैनिकों के साथ बाबर से लड़े थे. इस तरह के कार्यक्रमों से नई पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी और राजा हसन खां की शहादत को जानने का मौका भी मिलेगा.
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वसुंधरा के कार्यकाल में हुए काफी कामः हमीद खान मेवाती ने कहा कि वसुंधरा राजे के कार्यकाल समाज के लिए बहुत काम हुए थे. इसी तरह की आशा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी करते हैं कि वह भी समाज के लिए कार्य करें. आपको बता दें कि राजा हसन खां मेवाती ने खानवा के मैदान में बाबर से लड़ते हुए 15 मार्च 1527 को अपनी शहादत दी थी. उन्होंने कम सैनिकों के साथ बाबर से लड़ाई लड़ी थी. इस दौरान राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष एवं अजमेर दरगाह कमेटी के चेयरमैन अमीन पठान, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष एम सादिक खान , एसटी मोर्चा अध्यक्ष जितेंद्र मीणा सहित अन्य लोग मौजूद रहे.