जयपुर. प्रदेश में सौर कृषि आजीविका योजना में 1 लाख सौलर पम्प लगेंगे. मुख्य सचिव उषा शर्मा ने सौलर उर्जा को प्रोत्साहन देने के लिए डिस्कॉम्स के अधिकारियों को विस्तृत निर्देश दिए (CS gave directions for encouragement of solar energy in Rajasthan) हैं.
उषा शर्मा ने बुधवार को प्रधानमंत्री कुसुम-कंपोनेंट सी (फीडर लेवल सौलराईजेशन) के तहत स्काय योजना की समीक्षा बैठक (PM KUSUM Component scheme review meeting) की. उन्होंने कहा कि सौलर उर्जा को प्रोत्साहन देने के संबंध में डिस्कॉम्स के अधिकारियों को विस्तृत निर्देश दिए कि वो 1 लाख सौलर पम्प लगाने का लक्ष्य रखें. उन्होंने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में सौलर उर्जा का निर्माण महत्ती आवश्यकता है और उपभोक्ताओें को सौलर उर्जा का अधिकाधिक उपयोग करना चाहिए. उन्होंने योजना के क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए 33/11 केवी जीएसएस की प्रस्तावित संख्या को 80 से बढ़ाने के निर्देश भी दिए हैं.
पोर्टल के माध्यम होगा पंजीकरण: बैठक में उर्जा विभाग के प्रमुख शासन सचिव भास्कर आत्माराम सावंत ने एक प्रजेंटेशन के माध्यम से बताया कि प्रस्तावित स्काय योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए एक पोर्टल शीध्र शुरू किया जाएगा. पोर्टल के माध्यम पंजीकरण कर किसान अपनी जमीन को जीएसएस स्थापित करने के लिए 25 साल तक के लिए लीज पर दे सकेंगे. उन्होंने बताया कि ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से इच्छुक विकासकर्ता भी जमीन का चयन कर सकेंगे और सौलर उर्जा प्लांट का निर्माण कर सकेंगे. बैठक में बताया कि टोंक में एक पायजट प्रोजेक्ट के तहत 4.24 मेगावॉट का कार्य अवार्ड किया गया है, जिसके तहत 656 किसानों को सोलर उर्जा मिलेगी.
पढ़ें: अगर आपके पास भी है बंजर जमीन तो कर सकते हैं लाखों की कमाई, जानें क्या करना होगा
स्काय योजना के प्रमुख फीचर्स:
- किसान को जमीन के लिए आकर्षक लीज मनी दी जाएगी
- किसानों को 8 लाख तक की जमीन (डीएलसी रेट के अनुसार) पर 80 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर वार्षिक लीज किराया
- 20 लाख से अधिक की जमीन पर 1 लाख 60 हजार तक का प्रति हेक्टेयर लीज किराया
- हर 2 साल में लीज किराया में 5 प्रतिशत वृद्धि