जयपुर. NRC और नागरिकता कानून संशोधन के विरोध में कांग्रेस की ओर से रविवार को शांति मार्च निकाला जायेगा. इस शांति मार्च में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी शामिल होंगे. इस शांति मार्च को लेकर शनिवार को मुख्यमंत्री मीडिया से मुखातिब हुए. सीएम गहलोत ने नागरिकता कानून को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. साथ ही सीएम गहलोत ने प्रदेश वासियों से शांतिपूर्ण विरोध करने की अपील की. सीएम गहलोत ने रविवार को कांग्रेस की ओर से होने वाले शांति मार्च में सभी विपक्षी राजनैतिक पार्टियों, सामाजिक संगठनों, सिविल सोसायटी सहित सभी को बड़ी संख्या में इस मार्च शामिल होने की अपील की.
इस दौरान सीएम गहलोत ने कहा कि इस देश में जो लोग हिंसा कर रहे हैं, वह बहुत ही दुखद है. उत्तरप्रदेश में 11 लोगों की जान जाने की खबर आ रही है. हिंसक प्रदर्शन में लोग घायल हो रहे हैं, देश में चिंतनीय हालात बने हुए हैं. सीएम गहलोत ने देशवासियों से अपील करते हुए कहा कि कृपया शान्ति बनाए रखें. हिंसा और अफवाहों से बचें, न ही उन्हें फैलने दें. लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है, हिंसा करने वाले और हिंसा फैलाने वाले आमजन के दुश्मन हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि विरोध करने के संवैधानिक अधिकार का इस्तेमाल हो, शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन हों, लेकिन हिंसा की सभी को निंदा करनी चाहिए.
सीएम गहलोत ने कहा कि जिस रूप में इस कानून को लेकर सरकार की तरफ से लोगों को भ्रम में रखा गया है, उसने लोगों को भड़काने का काम किया. गृह मंत्री NRC लागू करने की प्रतिबद्धता धमकी की तरह जता रहे हैं, उनकी पार्टी के कई लोग भड़काऊ बयानबाजी करते हैं. धार्मिक आधार पर लोगों को देश से बाहर करने और बसाने को लेकर सरकार खुद अफवाह फैला रही है. इस संवेदनशील समय में सबसे बड़ी जिम्मेदारी देश की सरकार में बैठे लोगों की बनती थी, लेकिन दुर्भाग्य से जनभावना को समझने में वे पूरी तरह विफल रहे. उसी का यह परिणाम है कि हालात इतने बिगड़ गए है.
सीएम गहलोत ने कहा कि मैं फिर से सरकार से आग्रह करूंगा कि कृपा करके स्थिति को समझें. देश उबल रहा है, लोगों की जानें जा रही हैं, हालात बेहद गंभीर हैं. इस कंट्रोवर्सियल कानून को वापस लें. ऐसे विभाजनकारी फैसले से मुल्क का भला नहीं होने वाला है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने भी सरकार से आग्रह किया है कि धार्मिक स्वतंत्रता और समानता के अधिकार दोनों लोकतंत्र के मूल सिद्धांत हैं. सिर्फ अमेरिका की ही बात नहीं पूरे विश्व की निगाह भारत पर लगी हुई है कि गांधी के मुल्क में ऐसे हालात कैसे बने, यह हो क्या रहा है.
उन्होंने कहा कि मैं सभी से अपील करता हूं कि प्रदर्शन करें, लेकिन हिंसा नहीं करें, शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रखें, किसी भी प्रकार की हिंसात्मक गतिविधियों में शामिल न हों, न ही किसी के बहकावे में आएं. सभी को संविधान की मूल भावना के मुताबिक शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक मूल्यों का अनुसरण करना चाहिए. सोशल मीडिया पर सर्कुलेट की जा रही अफवाहों, भड़काऊ सामग्री और फेक न्यूज से भी बचें. यदि कोई हिंसा फैला रहा है तो पुलिस-प्रशासन को इत्तला करें.
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सीएम गहलोत ने ये भी कहा कि हिंसा का प्रदेश में कोई स्थान नहीं है. प्रदेश में जोधपुर और बीकानेर की छुटपुट घटना को छोड़ सभी जगह शांति से विरोध हो रहा है. प्रदेश में हिंसा फैलाने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. सीएम गहलोत ने कहा कि कई राज्यों में बीजेपी सरकार है, फिर चाहे यूपी हो या अन्य राज्य वहां पर हिंसा अधिक हो रही है. वहां की सरकार को चाहिए कि वो लोगों के साथ संवाद करें, उन्हें शांति बनाये रखने की अपील करें, जो हम लगातार कर रहे है.