चित्तौड़गढ़ : शहर के चामटी खेड़ा में रहने वाले राजेश गुर्जर की मौत के मामले में नया खुलासा हुआ है. जांच में पाया ग या कि युवक की मौत सड़क हादसे में नहीं, बल्कि बीमा राशि उठाने के लिए उसके पिता और भाई ने मिलकर उसकी हत्या की थी. वारदात को अंजाम देने के बाद रेवलिया-मानपुरा थाना भदेसर के बीच हत्या को हादसे का रूप दिया गया था. भदेसर पुलिस ने रविवार को इस मामले का खुलासा करते हुए आरोपी बाप-बेटे को गिरफ्तार कर लिया है.
जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने बताया कि 27 दिसंबर को मांदल्दा हाल चामटी खेड़ा निवासी मयंक गुर्जर ने रास्ते में अचानक किसी जानवर के आ जाने से भाई की एक्सीडेंट में मौत होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. उसने अपनी रिपोर्ट में बताया कि पिता चंपालाल के साथ राजेश बाइक से आ रहा था. इस दौरान रास्ते में अचानक एक जानवर आ गया, जिससे बाइक असंतुलित होकर गिर गया. इसमें दोनों ही पिता पुत्र घायल हो गए. दोनों को अस्पताल ले जाया गया, जहां राजेश को जिला चिकित्सालय में मृत घोषित कर दिया गया. वहीं, चंपालाल को भर्ती किया गया. घटनाक्रम के बाद से ही मामला संदिग्ध लग रहा था.
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गांव के लोगों ने राजेश के गले में निशान बताते हुए हत्या का अंदेशा जताया था. ऐसे में मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम कराया गया. पुलिस ने मामले की गहनता से जांच की और मयंक और उसके पिता चंपालाल गुर्जर से अलग-अलग पूछताछ की. इस दौरान दोनों के बयान विरोधाभासी पाए गए. दोनों ही पुलिस पूछताछ के आगे ज्यादा समय टिक नहीं पाए और हत्या करना कबूल कर लिया. राजेश के नाम पर महिंद्र स्कॉर्पियो, महिंद्रा थार, महिंद्रा कैंपर पिकअप के साथ एक अन्य वाहन फाइनेंस के साथ कुछ निजी बीमा पॉलिसी भी थी. वाहनों को फाइनेंस फ्री करने के साथ बीमा राशि उठाने के लिए दोनों ही बाप बेटे ने षड्यंत्र रचते हुए उक्त हत्याकांड को अंजाम दिया.